सोनभद्र: जनपद के 10 विपणन केंद्रों में से सात विपणन केंद्रों पर 50 कुंतल के कांटे भेज दिए गए हैं, जिसका फायदा सीधे राशनकार्ड धारक उपभोक्ताओं को मिलेगा. गौरतलब है कि पहले कोटेदारों और उपभोक्ताओं की शिकायत रहती थी कि उन्हें गल्ला कम मिल रहा है, क्योंकि विपणन केंद्रों पर जो किसानों का गेंहू और धान खरीदा जाता है. वह सीघे सरकारी गल्ले की दुकानों को चला जाता था, जिसमें मानक और तौल पर खरीद होती थी. उसी आधार पर बिना तौल किये भेज दिया जाता था.
जानिए क्या है पूरा मामला-
- जनपद में सात विपणन केंद्रों पर 50 कुंतल के कांटे भिजवा दिए गए हैं.
- भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए प्रशासन द्वारा यह एक नया कदम उठाया गया है.
- जिसका फायदा सीधे राशनकार्ड धारक उपभोक्ताओं को मिलेगा.
- गर्मी के महीने में खाद्यान्न सूख जाने के कारण प्रति बोरी पांच किलो घट जाता था.
- अधिकारी बात रहे हैं कि यह अगले महीने से चालू हो जाएगा.
अभी 50 कुंतल का कांटा चालू नहीं हुआ है. अधिकारी बात रहे हैं कि अगले महीने से चालू होगा. हम लोग तौलवा कर ही ले रहे हैं.
-जमीर अहमद, कोटेदारसात जगहों पर हमें पांच टन के कांटे मिले हैं और उनको स्टाल भी कुछ जगहों पर कार दिया गया है. कुछ जगहों पर तकनीकी त्रुटियां आ रही हैं. सभी कोटेदार को तौलकर के ही राशन दिया जा रहा है. फिलहाल राबर्ट्सगंज और घोरावल में चालू हालत में नहीं है, उनके मकैनिक एक सप्ताह में चालू करने की बात कर रहे हैं.
- देवेंद्र प्रताप सिंह, डिप्टी आरएमओ