सोनभद्र : जनपद सोनभद्र में शनिवार को जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) ने निरीक्षण के दौरान 6 सफाई कर्मियों को निलंबित कर दिया. साथ ही 15 सफाईकर्मियों का एक दिन का वेतन काटते हुए उनकी सर्विस ब्रेक कर दी है. इसके अलावा उन्होंने एक ग्राम सचिव पर भी कार्रवाई की. डीपीआरओ धनंजय जायसवाल द्वारा लापरवाह कर्मचारियों पर की गई कार्रवाई से अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
कोविड-19 की ड्यूटी से नदारद दो सफाईकर्मी निलंबित
शनिवार को डीपीआरओ धनंजय जायसवाल ने पटवध और डाला क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान डीपीआरओ धनंजय जायसवाल ने कोविड-19 की ड्यूटी में जिला अस्पताल के वार्ड में ना पहुंचने वाले 2 सफाईकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया. उक्त सफाईकर्मी घोरावल ब्लॉक में तैनात बाबूलाल और चतरा ब्लॉक में तैनात कमलेश पाठक हैं, जिन्हें कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गा है. दोनों की ड्यूटी जिला अस्पताल के कोविड-19 लगाई गई थी, लेकिन दोनों ही ड्यूटी पर नहीं पहुंचे.
संचारी रोग निवारण अभियान की ड्यूटी से नदारद 4 सफाईकर्मी निलंबित
डीपीआरओ धनंजय जायसवाल ने बताया कि संचारी रोग निवारण अभियान 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जा रहा है. इसके लिए 57 ग्राम पंचायतों में जहां बाजार लगती है, जिलाधिकारी के आदेश पर साफ सफाई अभियान चलाया जा रहा है. डीपीआरओ ने पटवध और डाला क्षेत्र का निरीक्षण किया. यहां 19 सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी, जो कि निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले. डीपीआरओ ने बताया कि कार्रवाई करते हुए उन्होंने चार सफाईकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. जबकि 15 सफाई कर्मियों का वेतन काटते हुए उनकी सर्विस ब्रेक कर दी गई है. इसके अलावा 1 ग्राम सचिव पर भी कार्रवाई की गई है.
कोविड-19 और लॉकडाउन के दौरान सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा का सम्मान देते हुए उनकी ड्यूटी कई अस्पतालों में और ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई के उद्देश्य से लगाई गई. लेकिन इनमें से कई लापरवाह सफाईकर्मी अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसा देखने में आता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई की ड्यूटी में लगाए गए सफाई कर्मी भी ड्यूटी पर नहीं जाते हैं. इसमें अधिकारियों की मिलीभगत भी रहती है. ऐसे में डीपीआरओ द्वारा निरीक्षण के बाद की गई इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप की स्थिति है.