सोनभद्र: मलेरिया बुखार से पीड़ित बच्चों के इलाज के दौरान लापरवाही बरतना दुद्धी के चिकित्सा अधीक्षक को भारी पड़ गया. दरअसल एक ही गांव के दो परिवार के पांच बच्चे अचानक से बीमार हो गए, जिनको आनन-फानन में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य में लाया गया. अस्पताल में लाए जाने के बाद बच्चों को फर्श पर लिटाया गया, जिसकी सूचना किसी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को दे दी.
जानिए पूरा मामला-
- दुद्धी कोतवाली इलाके की रजखड गांव के पांच बच्चों को बुखार आने की वजह से तबीयत खराब हो गई.
- जिसके बाद ग्रामीण उनको लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे.
- वहां पर दो बच्चों को जमीन पर लिटा दिया गया.
- केंद्र की हालत स्थानीय लोगों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फोन के माध्यम से इसकी शिकायत कर बताई.
- शिकायत मिलने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर मामले का जायजा लिया.
- मुख्य चिकित्साअधिकारी ने चिकित्सकों तथा स्टाफ से बात की और पाया कि वहां पर अधीक्षक डाक्टर और स्टाफ नर्सों ने लापरवाही बरती है.
- लापरवाही को ध्यान में रखते हुए अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
- वहीं बाकी स्टाफ से कारण बताओ का नोटिस जारी किया है.
जानकारी मिली थी कि दो बच्चे जो मलेरिया रोग से पीड़ित है, उनको जमीन पर लिटा दिया गया था. इसके बाद में मौके पर पहुंचा और चिकित्सा अधीक्षक और डॉक्टर से पूछताछ की लेकिन वह लोग संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिस पर उनको निलंबित कर दिया गया. वहीं एक डॉक्टर और 4 स्टाफ नर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
डॉ. सत्यप्रकाश सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी