लखनऊ: सोनभद्र के प्राइमरी स्कूल (Primary School Sonbhadra) में बच्चों को मिड डे मील में नमक रोटी (Namak Roti in Mid Day Meal) देने पर प्रधानाचार्य को निलंबित करने और प्रधानाध्यापक की विदाई के अवसर पर बच्चों के रोने के वायरल वीडियो का संज्ञान बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने लिया है. ईटीवी भारत ने बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक विजय किरण आनंद (Basic Education DG Vijay Kiran Anand) से इस बारे में बात की. तो उन्होंने कहा कि वह इस पूरे मामले में जिलाधिकारी से बात भी करेंगे.
उन्होंने कहा कि मिड डे मील में क्या आपूर्ति होती है. उसकी गुणवत्ता क्या है, यह काम प्रधानाध्यापक को जांच पड़ताल करने का हक है. अगर संबंधित स्कूल में ग्राम प्रधान के स्तर पर मिड डे मील सही ढंग से नहीं दिया जा रहा था, तो प्रधानाध्यापक ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से क्यों नहीं की? उन्होंने कहा कि जिले में जिलाधिकारी हुआ बेसिक शिक्षा अधिकारी की जांच के बाद संबंधित प्रधानाध्यापक को निलंबित करने की कार्यवाही की गई है. वह इस पूरे मामले में और विस्तार से जिलाधिकारी से बात करेंगे और तथ्यों को देखेंगे. उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान की अगर कोई लापरवाही है तो उसे भी जांच के दायरे में लाया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि सोनभद्र के घोरावल क्षेत्र के स्कूल से 24 अगस्त को मिड डे मील में नमक रोटी की घटना सामने आई थी. घटना की शिकायत पर डीएम और बेसिक शिक्षा अधिकारी की जांच के बाद प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया था. जब सम्बंधित प्रिंसिपल स्कूल से विदा लेने लगे तो बच्चे उनसे लिपटकर रोने लगे, रोते हुए वीडियो में बच्चों ने प्रिंसिपल पर गलत कार्रवाई का आरोप भी लगाया है और इस घटना का जिम्मेदार ग्राम प्रधान को ठहराया था. जिसको लेकर ईटीवी भारत ने बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक विजय किरण आनंद से बात की, जिसपर उन्होंने इस मामले का संज्ञान लेने और डीएम से बात करने की बात कही है.
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रूद्र प्रसाद (Principal Rudra Prasad) घोरावल तहसील के गुरेठ कंपोजिट विद्यालय के प्रिंसिपल थे उनके निलंबित होने की खबर जब स्कूल के स्टूडेंट्स को मिली तो उनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. उन्होंने वर्ष 2010 से लेकर 25 अगस्त 2022 तक स्कूल में बच्चों को शिक्षा दी. बच्चों ने बताया कि उनके प्रिंसिपल निर्दोष हैं उन्हें ग्राम प्रधान ने फंसाया है. सारी गलती ग्राम प्रधान की है. मिड डे मील बनवाने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान की थी. उन्होंने स्कूल में न तो सब्जी भेजी और न ही गैस सिलेंडर भेजा. इसी वजह से सभी बच्चों को नमक रोटी खानी पड़ी.
बच्चों ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि उनके प्रिंसिपल और शिक्षक पर हुई कार्रवाई को वापस लिया जाए. अगर उनके शिक्षक स्कूल में नहीं रहेंगे तो वह भी स्कूल नहीं आएंगे. प्रिंसिपल रूद्र प्रसाद ने बताया कि बीती 8 अगस्त से स्कूल में मिड डे मील बनवाने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान ने ले ली थी, लेकिन, उसके बाद ग्राम प्रधान मिड डे मील का पूरा सामान कभी भी रसोइयों को नहीं देता था. इस घटना के जिम्मेदार ग्राम प्रधान हैं. हमारे खिलाफ साजिश रची गई है, जिसके तहत मुझे फंसाया गया है.
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