सोनभद्र : क्षेत्रीय कार्यालय उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सोनभद्र में तैनात सहायक वैज्ञानिक डॉ. सुरेश चंद्र शुक्ला को भ्रष्टाचार आर्थिक शोषण एवं उद्यमी के मानसिक उत्पीड़न के आरोप में निलंबित कर दिया. निलंबन की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जेपीएस राठौर एवं सचिव आशीष तिवारी ने किया. निलंबन के दौरान सहायक वैज्ञानिक डॉ. सुरेश चंद शुक्ला लखनऊ मुख्यालय से संबद्ध रहेंगे. इस मामले में गोरखपुर से सांसद रवि किशन शुक्ला और एक अन्य उद्यमी ने शिकायत की थी.
दरअसल, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद रवि किशन शुक्ला और एक उद्यमी ने पत्र लिखकर सहायक वैज्ञानिक डॉ. सुरेश चंद्र शुक्ला पर भ्रष्टाचार आर्थिक शोषण एवं उद्यमी के मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसमें चार रिकॉर्डेड ऑडियो क्लिप भी कार्यालय को उपलब्ध कराई गई थी. साथ ही शपथ पत्र भी दिया गया था.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर जेपीएस राठौर ने पत्र जारी कर कहा है कि डॉ. सुरेश चंद शुक्ला सहायक वैज्ञानिक अधिकारी का का काम उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी की आवरण नियमावली के विरुद्ध है. डॉ. सुरेश चंद शुक्ला ने अपने कर्तव्यों का निर्वाहन सत्य निष्ठा से नहीं किया है. शिकायतकर्ता से संवाद इनकी भ्रष्ट कार्य प्रणाली में प्रदर्शित करते हैं. इसलिए उनके विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 के नियम 3 के अंतर्गत अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.
निलंबन की अवधि के दौरान डॉ. सुरेश चंद शुक्ला उत्तर प्रदेश नियंत्रण बोर्ड मुख्यालय लखनऊ से संबंध रहेंगे. शिकायत के प्रकरण की जांच के लिए निशी कुमार चौहान को जांच अधिकारी बनाया गया है. इस मामले की अग्रिम जांच कर आरोप पत्र की आख्या सुसंगत साक्ष्यों सहित उपलब्ध कराएंगे.