सोनभद्र: स्वास्थ्य महकमे के तमाम दावों के बावजूद सोनभद्र जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अज्ञात बीमारी से मौतों का सिलसिला जारी है. म्योरपुर ब्लॉक के कई गांवों में 10 दिन के भीतर लगभग 15 मौत हो चुकी है. हालात खराब होते जा रहे हैं.
गांवों में मौत को लेकर जहां स्वास्थ्य विभाग लगातार कैंप लगाकर ग्रामीणों के ब्लड सैम्पल की जांच कर रहा है. वहीं मलेरिया से मौते होने की आशंका जताई जा रही है. जिलाधिकारी टीके शीबू का कहना है कि इस संबंध में जांच करके जिम्मेदारी तय की जाएगी और उचित कार्रवाई भी होगी.
सीएमओ का गैर-जिम्मेदार बयान, पंचायती राज विभाग को ठहराया दोषी
म्योरपुर ब्लॉक के सेंदूर ग्राम पंचायत में लगातार अज्ञात बीमारी और मलेरिया से हालात खराब होने की बात सामने आ रही है. जहां 10 दिन के भीतर बच्चों समेत 15 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है. सेंदूर ग्राम पंचायत के अलग-अलग टोला में लोगों के बीमार होने मामले सामने आ रहे हैं. घटना की जानकारी जैसे ही जिले भर में फैली स्वास्थ विभाग भी अलर्ट मोड में आ गया और गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों के ब्लड का सैंपल ले रहा है.
इसके अलावा घटना सामने आने के बाद अधिकारी भी बच्चों और बड़ों को बीमारी से बचाव और जागरूक करने की बात करते दिख रहे हैं, लेकिन जब जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इस घटना के पीछे जिम्मेदार कौन है कि सवाल पूछा तो पहले सीएमओ ने साफ सफाई और गंदगी की बात शुरू कर दी. फिर कहा कि पंचायती राज विभाग इसके लिए जिम्मेदार है. गंदगी रहेगी तो मच्छर पनपेंगे और बीमारियां बढ़ेंगी.
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डीएम ने जांच के बाद जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही
वहीं म्योरपुर ब्लॉक में लगातार हो रही मौतों के सवाल पर डीएम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैं इस मामले की जांच करा रहा हूं. जो भी इसमें जिम्मेदार होंगे. उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी. जो मौतों की बात है, मौतों की संख्या की पुष्टि नहीं हुई है कि मौत किस कारण से हुई है. जांच के बाद ही पता चलेगा.
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