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सीतापुर: ग्राम पंचायत में 86 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का खुलासा, VDO निलंबित

उत्तर प्रदेश के जिले सीतापुर की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार लगातार जारी है. ताजा मामला विकास खण्ड एलिया की ग्राम पंचायत अड़बेनिया ग्रंट का है. यहां ग्राम प्रधान के ऊपर 86 लाख रुपये का गबन करने का आरोप लगा है. इस मामले में सीडीओ ने प्रारंभिक जांच के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को निलंबित कर दिया.

भ्रष्टाचार के आरोप में ग्राम प्रधान निलंबित.
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Published : Jul 6, 2019, 10:06 AM IST

Updated : Jul 6, 2019, 3:43 PM IST

सीतापुर: जिले की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अधिकारी और कर्मचारी ग्राम विकास के लिए आने वाले धन की जमकर लूट खसोट कर रहे हैं और आम जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. ताजा मामला 86 लाख रुपये के गबन का है, जिसमें प्रारंभिक जांच के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है.

भ्रष्टाचार के आरोप में ग्राम प्रधान निलंबित.

क्या है पूरा मामला

  • यह पूरा मामला विकास खण्ड एलिया की ग्राम पंचायत अड़बेनिया ग्रंट का है.
  • यहां के महेश जायसवाल ने शिकायत की थी कि गांव में सड़क, नाली और खड़ंजा निर्माण में धांधली की गई.
  • इसके अलावा मनरेगा योजना के तहत खुदवाए गए तालाब और शौचालय निर्माण में भी सरकारी धन का जमकर दुरूपयोग किया गया है.
  • विकास कार्यों पर धन को खर्च नहीं किया गया.
  • कागजों पर ही विकास कार्य दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया गया.
  • शिकायत कर्ता महेश जायसवाल का आरोप है कि इस ग्रामसभा में करीब 58 लाख रुपये का गबन किया गया है.
  • शिकायत कर्ता का यह भी कहना है कि जिला स्तर पर शीर्ष अधिकारियों से कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

मैंने सीएम के जनमिलन कार्यक्रम में कार्रवाई के लिए गुहार लगाई. वहां भी तीन बार असफलता ही हाथ लगी. चौथी बार सीएम कार्यालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई के निर्देश दिए. तब कहीं जाकर यहां के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की और विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार पाए जाने के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
-महेश जायसवाल, शिकायतकर्ता

सीतापुर: जिले की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अधिकारी और कर्मचारी ग्राम विकास के लिए आने वाले धन की जमकर लूट खसोट कर रहे हैं और आम जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. ताजा मामला 86 लाख रुपये के गबन का है, जिसमें प्रारंभिक जांच के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है.

भ्रष्टाचार के आरोप में ग्राम प्रधान निलंबित.

क्या है पूरा मामला

  • यह पूरा मामला विकास खण्ड एलिया की ग्राम पंचायत अड़बेनिया ग्रंट का है.
  • यहां के महेश जायसवाल ने शिकायत की थी कि गांव में सड़क, नाली और खड़ंजा निर्माण में धांधली की गई.
  • इसके अलावा मनरेगा योजना के तहत खुदवाए गए तालाब और शौचालय निर्माण में भी सरकारी धन का जमकर दुरूपयोग किया गया है.
  • विकास कार्यों पर धन को खर्च नहीं किया गया.
  • कागजों पर ही विकास कार्य दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया गया.
  • शिकायत कर्ता महेश जायसवाल का आरोप है कि इस ग्रामसभा में करीब 58 लाख रुपये का गबन किया गया है.
  • शिकायत कर्ता का यह भी कहना है कि जिला स्तर पर शीर्ष अधिकारियों से कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

मैंने सीएम के जनमिलन कार्यक्रम में कार्रवाई के लिए गुहार लगाई. वहां भी तीन बार असफलता ही हाथ लगी. चौथी बार सीएम कार्यालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई के निर्देश दिए. तब कहीं जाकर यहां के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की और विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार पाए जाने के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
-महेश जायसवाल, शिकायतकर्ता

Intro:सीतापुर: जिले की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है. अधिकारी और कर्मचारी ग्राम विकास के लिए आने वाले धन की जमकर लूट खसोट कर रहे हैं और आम जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है.ताज़ा प्रकरण में 86 लाख रुपए के गबन का सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें प्रारंभिक जांच के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है.


Body:यह पूरा मामला विकास खण्ड एलिया की ग्राम पंचायत अड़बेनिया ग्रंट ग्राम पंचायत का है.यहां के महेश जायसवाल ने शिकायत की थी कि गांव में सड़क,नाली और खड़ंजा निर्माण के अलावा मनरेगा योजना के तहत खुदवाए गए तालाब और शौचालय निर्माण में सरकारी धन का जमकर दुरूपयोग किया गया है. प्रधान की सांठगांठ से ग्राम पंचायत अधिकारी ने पैसा तो निकाल लिया किंतु उसे विकास कार्यों पर खर्च नही किया गया. यानीकि कागज़ों पर ही विकास कार्य पर दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया गया.


Conclusion:शिकायत कर्ता महेश जायसवाल का आरोप है कि इस ग्रामसभा में करीब 58 लाख रुपये का गबन किया गया. शिकायत कर्ता का यह भी कहना है कि उसने जिला स्तर पर शीर्ष अधिकारियों से कई बार इस मामले की शिकायत की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके बाद उसने सीएम के जनमिलन कार्यक्रम में कार्यवाही के लिए गुहार लगायी, वहाँ भी तीन बार असफलता ही हाथ लगी चौथी मर्तबा सीएम कार्यालय ने जब इसे गंभीरता से लेते हुए स्थानीय प्रशासन को कार्यवाही के निर्देश दिए तब कहीं जाकर यहां के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की और विकास योजनाओं में भ्रष्टाचार पाये जाने के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

बाइट-महेश जायसवाल (शिकायतकर्ता)
बाइट-संदीप कुमार (सीडीओ)

सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
Last Updated : Jul 6, 2019, 3:43 PM IST
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