ETV Bharat / state

सीतापुर: भाजपा नेता के मौत के मामले में बयान दर्ज, CMO पर लापरवाही का आरोप

सीतापुर में भाजपा नेता रामेंद्र शुक्ला की कोरोना से मौत के बाद सीएमओ पर गंभीर आरोप लगे थे. शिकायत के बाद गुरुवार को अपर निदेशक स्वास्थ्य ने मृतक के परिजनों के बयान दर्ज किये.

CMO पर लापरवाही का आरोप
CMO पर लापरवाही का आरोप
author img

By

Published : Oct 23, 2020, 10:33 AM IST

सीतापुर: बीजेपी नेता एवं सदर विधायक के प्रतिनिधि रामेंद्र शुक्ला की कोरोना संक्रमण से हुई मौत का मामला तूल पकड़ लिया है. मामले में सीएमओ के खिलाफ की गई शिकायत पर अपर निदेशक स्वास्थ्य ने जांच शुरू कर दी. गुरुवार को जिला महिला चिकित्सालय में पीड़ित परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए गए.

सदर विधायक राकेश राठौर के प्रतिनिधि और जिला उपाध्यक्ष रामेंद्र शुक्ला थे. बीते 12 सितंबर को कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें जिला अस्पताल स्थित एल-2 कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बीजेपी नेता के बेटे हर्षित शुक्ला के आरोपों के मुताबिक, अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध न होने के चलते उनके पिता की तबीयत बिगड़ने लगी.

उन्होंने सीएमओ से अनुरोध किया कि पीड़ित को किसी अच्छे अस्पताल में रेफर करें जहां अच्छा इलाज हो सके, लेकिन सीएमओ ने रेफर करने के बजाय अभद्रता की. उसी रात रामेंद्र शुक्ला की मौत हो गई. हर्षित ने सीएमओ को अपने पिता के मौत का जिम्मेदार ठहराया है.

मामले में बीजेपी के कई नेताओं ने सीएमओ की कार्यशैली के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की मांग की. विधायक और मृतक के परिजनों की शिकायत पर शासन ने जांच के आदेश दिये. अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. आलोक कुमार गुरुवार को जिला और महिला चिकित्सालय पहुंचकर परिजनों के बयान दर्ज किए.

सीतापुर: बीजेपी नेता एवं सदर विधायक के प्रतिनिधि रामेंद्र शुक्ला की कोरोना संक्रमण से हुई मौत का मामला तूल पकड़ लिया है. मामले में सीएमओ के खिलाफ की गई शिकायत पर अपर निदेशक स्वास्थ्य ने जांच शुरू कर दी. गुरुवार को जिला महिला चिकित्सालय में पीड़ित परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए गए.

सदर विधायक राकेश राठौर के प्रतिनिधि और जिला उपाध्यक्ष रामेंद्र शुक्ला थे. बीते 12 सितंबर को कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें जिला अस्पताल स्थित एल-2 कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बीजेपी नेता के बेटे हर्षित शुक्ला के आरोपों के मुताबिक, अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध न होने के चलते उनके पिता की तबीयत बिगड़ने लगी.

उन्होंने सीएमओ से अनुरोध किया कि पीड़ित को किसी अच्छे अस्पताल में रेफर करें जहां अच्छा इलाज हो सके, लेकिन सीएमओ ने रेफर करने के बजाय अभद्रता की. उसी रात रामेंद्र शुक्ला की मौत हो गई. हर्षित ने सीएमओ को अपने पिता के मौत का जिम्मेदार ठहराया है.

मामले में बीजेपी के कई नेताओं ने सीएमओ की कार्यशैली के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की मांग की. विधायक और मृतक के परिजनों की शिकायत पर शासन ने जांच के आदेश दिये. अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. आलोक कुमार गुरुवार को जिला और महिला चिकित्सालय पहुंचकर परिजनों के बयान दर्ज किए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.