सीतापुर: डीएम विशाल भारद्वाज ने गुरुवार को विकास भवन स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. इस पर डीएम ने स्पष्टीकरण तलब करते हुए कार्यशैली में सुधार लाने की नसीहत दी है.
निरीक्षण के दौरान पशुपालन विभाग के 3, परियोजना अधिकारी नेडा कार्यालय के 3, परियोजना अधिकारी डूडा कार्यालय के 3, ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के 2, पंचायत राज विभाग के 4, अल्पसंख्यक विभाग के 4, सहकारिता विभाग के 2, डीआरडीए विभाग के 2, भूमि संरक्षण अधिकारी महोली कार्यालय के 2, समाज कल्याण विभाग के 4, जिला युवा कल्याण एवं प्राविद विभाग के एक और भूमि संरक्षण कार्यालय अधिकारी सीतापुर कार्यालय के 2 कार्मिक अनुपस्थित पाये गये.
जिलाधिकारी ने संबंधित कार्मिकों से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये. जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में यदि अनुपस्थित पाये जाते हैं, तो उनके विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. विकास भवन के निरीक्षण में परियोजना अधिकारी नेडा भी अनुपस्थित पाये गये.
डीएम के निर्देश पर एडीएम ने किया निरीक्षण
डीएम के निर्देशानुसार अपर जिलाधिकारी द्वारा पीडब्लूडी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया. इसमें अधिशासी अभियन्ता निर्माण खण्ड, अधिशासी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड और अधिशासी अभियन्ता निर्माण खण्ड-4 अनुपस्थित पाये गये. समस्त उप जिलाधिकारियों द्वारा अपने मुख्यालय पर स्थित विकास खण्ड कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया. उप जिलाधिकारी लहरपुर द्वारा किये गये औचक निरीक्षण में खण्ड विकास अधिकारी लरहपुर अनुपस्थित पाये गये. उप जिलाधिकारी मिश्रिख के औचक निरीक्षण में अवर अभियंता आरईएस एवं सहायक विकास अधिकारी आईएसबी अनुपस्थित मिले. नगर मजिस्ट्रेट द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय और एसडीएम न्यायिक सदर द्वारा तहसील सदर का निरीक्षण किया गया. अतिरिक्त प्रथम मजिस्ट्रेट ने एआरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. इसमें कुछ अन्य लोग भी गैरहाजिर पाये गये.