सीतापुर: सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 25 करोड़ पौधे लगाने का अभियान शुरू किया है. इस महाअभियान में जनपद सीतापुर ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. जिला प्रशासन की व्यापक तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के बीच जनपद के विभिन्न विभागों ने 52,92,524 पौधे रोपकर जनपद को हरा-भरा बनाए जाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. पौधरोपण अभियान के अंतर्गत सभी विभागों ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं. जनपद को 51,67,810 पौधे रोपने का लक्ष्य दिया गया था, जिसके सापेक्ष विभागों ने लक्ष्य से अधिक 52,92,524 गड्ढे पहले ही तैयार किए थे और ये लक्ष्य आज पूरा किया गया है.
अभियान का शुभारम्भ सांसद सीतापुर राजेश वर्मा, जनपद की नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस, जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने पीटीसी मैदान में पौधरोपण कर किया. इस अवसर पर सांसद राजेश वर्मा ने कहा कि पौधरोपण महाभियान प्रदेश के पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अत्यंत सहायक सिद्ध होगा. उन्होंने औषधीय पौधों का अधिक से अधिक रोपण पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वन विभाग को बधाई भी दी.
लोगों को मिला रोजगार
इस अवसर पर नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस ने कहा कि पौधरोपण महाभियान में मनरेगा के माध्यम से लोगों को रोजगार भी मिला है. उन्होंने उपायुक्त मनरेगा को निर्देश दिए कि महिलाओं को मनरेगा में अधिक से अधिक नियोजित करें और उनसे फोन पर वार्ता करके फीडबैक भी लेते रहे.
मिनिस्ती एस ने किया निरीक्षण
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, महानिरीक्षक निबंधन और जनपद की नोडल अधिकारी मिनिस्ती एस ने पौधरोपण महाअभियान के अंतर्गत विभिन्न विभागों द्वारा कराये गए कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. नोडल अधिकारी नगर क्षेत्र स्थित महावीर पार्क में जाकर पौधरोपण किया. पार्क में सभी प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ मीडिया के बंधुओं द्वारा पौधरोपण किया गया. नोडल अधिकारी ने जनसहयोग से पार्क का सौदर्यीकरण कराये जाने के निर्देश दिए.
पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के निर्देश
इसके उपरांत नोडल अधिकारी ने राजस्व विभाग द्वारा खैराबाद के पाठकताल में कराये जा रहे वृक्षारोपण कार्यों का निरीक्षण किया. इसके साथ ही खुद भी पौधरोपण किया और स्थल पर बनी एक प्राचीन संरचना से प्रभावित होकर स्थानीय लोगों से इसके विषय में जानकारी भी ली. स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि यह एक हाथी का स्मारक है, जिससे प्रभावित होकर नोडल अधिकारी ने कहा कि आज के समय में इस प्रकार के उदाहरण कम दिखाई देते हैं. मानव एवं पशु के आपसी अगाध प्रेम को प्रदर्शित करने वाले इस स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने और इसके सौंदर्यीकरण कराये जाने के निर्देश भी नोडल अधिकारी ने दिए हैं.