सीतापुर: जिले की सड़कों की हालत दयनीय बनी हुई है. सड़कों की मरम्मत के लिए जिम्मेदार अधिकारी संजीदा नहीं है. शायद यही वजह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-24 स्थित अटरिया कस्बे से कोल गांव जाने वाली 4 किमी रो पिछले पांच वर्षों से जर्जर हालात में है. अब तक इन सड़कों का निर्माण नहीं हो सका है.
जिम्मेदार अधिकारी बने बेपरवाह
सीतापुर में अटरिया से कोल गांव जाने वाले मार्ग पर लगभग आठ साल पहले पक्की सड़क का निर्माण हुआ था. रोजाना इस रोड़ से गुजरने वाले हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस रास्ते से होकर ही यहां के लोग कटका घाट उतर कर हरदोई के लिए आते-जाते हैं. इसी मार्ग से हरदोई जनपद के दर्जनों गांवों के लोगों का भी सीतापुर जिले में आवागमन रहता है, इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी सड़क निर्माण को लेकर बेपरवाह बने हैं.
सालों से जर्जर पड़ी हैं सड़कें
उत्तर प्रदेश के वर्तमान योगी सरकार प्रदेश की हर सड़क को गड्ढा मुक्त करने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत बिलकुल उलट है. जो सड़कें जर्जर थीं, उस पर अब बड़े-बड़े गढ्ढे हो गए हैं. वर्तमान समय में सीतापुर जनपद की अधिकांश सड़कें वर्षों से जर्जर पड़ी हुईं हैं. सड़कों की मरम्मत के आभाव में रास्तों पर बड़े-बड़े गड्ढे होते जा रहे हैं, लेकिन सरकार केवल कागजी कार्रवाई में लगी हुई है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, अटरिया से कोल गांव जाने वाले रास्ते की दूरी लगभग 4 किमी है. यह सड़क पिछले पांच सालों में पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. यहां के लोग इस रास्ते से हरदोई जनपद के लिए जाते हैं, जिसकी वजह से यहां भारी संख्या में लोगों का आवागमन बना रहता हैं. रास्ते सही नहीं होने से लोगों को काफी समस्या होती है. रोड़ पर जगह-जगह गड्ढे होने के कारण आये दिन सड़क हादसे होते रहते हैं.