सीतापुरः जिले में शुगर मिल में गन्ने की पेराई शुरू हो जाने से गन्ने लदे ट्रकों, ट्रैक्टर ट्राली की लंबी कतार लग रही है. इसके चलते शहर भर के मुख्यमार्गों पर जाम की समस्या बनी रहती है. आए दिन इमरजेंसी मरीज, बच्चों के स्कूली वाहन और अन्य निजी और सरकारी वाहन घंटों इस जाम में फंस जाते हैं. कभी-कभी दुर्घटनाओं के भी शिकार हो जाते हैं. इससे जन और धन दोनों की हानि होती है.
जाम से कैसे मिले निजात
इस भीषण जाम की समस्या से निपटने तथा इसके स्थायी समाधान के लिए तमाम समाजसेवी, व्यापारिक, तथा अधिवक्ताओं के संगठनों ने प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन तंत्र से मांग की है, लेकिन अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका है. इस समस्या से निपटने के लिए बिसवां सिधौली रेलवे क्रासिंग तथा बिसवां सीतापुर क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनवाने तथा नगर के चारों ओर बाईपास बनवाने की मांग भी की गई है.
नहीं हो सका है समस्या का निराकरण
इस भीषण जाम से बिसवां नगरपालिका क्षेत्र के 55,780 लोगों के अलावा बिसवां विधानसभा के 32,4612 तथा सेवता विधानसभा के 30,3557 मतदाता भी प्रभावित होते ही हैं. इनके मतों को बड़े-बड़े वायदे कर हासिल करने वाले विधायक और सांसद बनने वाले जनप्रतिनिधि भी जनता की इस ज्वलंत समस्या का निराकरण नहीं कर सके हैं.
अक्सर जाम से प्रभावित होने वाली जगह:
- बड़े चौराहे से तहसील रोड.
- रायगंज सब्जीमण्डी के पास.
- सिधौली रेलवे क्रासिंग के दोनों तरफ.
- जहांगीराबाद रोड पर.
- इलाहाबाद बैंक से पोस्टर चौराहे के आसपास.
- पेट्रोलपंप से डाकखाने तक.