ETV Bharat / state

सीतापुरः जाम के झाम में फंसे शहरवासी, कब मिलेगी निजात - सीतापुर समाचार

यूपी के सीतापुर में बिसवां चहलारीघाट पुल दो पहिया वाहनों के आवागमन और गन्ने से लदे ट्रकों और ट्रैक्टरों के खड़े रहने से प्रमुख मार्गों पर जाम की समस्या बनी रहती है. इन मार्गों में प्रमुख मार्ग बहराइच मार्ग, बिसवां-महमूदाबाद मार्ग, बिसवां-सीतापुर मार्ग शामिल हैं.

सीतापुर में जाम की स्थिति.
author img

By

Published : Nov 25, 2019, 6:36 PM IST

सीतापुरः जिले में शुगर मिल में गन्ने की पेराई शुरू हो जाने से गन्ने लदे ट्रकों, ट्रैक्टर ट्राली की लंबी कतार लग रही है. इसके चलते शहर भर के मुख्यमार्गों पर जाम की समस्या बनी रहती है. आए दिन इमरजेंसी मरीज, बच्चों के स्कूली वाहन और अन्य निजी और सरकारी वाहन घंटों इस जाम में फंस जाते हैं. कभी-कभी दुर्घटनाओं के भी शिकार हो जाते हैं. इससे जन और धन दोनों की हानि होती है.

सड़क पर लगा जाम.

जाम से कैसे मिले निजात
इस भीषण जाम की समस्या से निपटने तथा इसके स्थायी समाधान के लिए तमाम समाजसेवी, व्यापारिक, तथा अधिवक्ताओं के संगठनों ने प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन तंत्र से मांग की है, लेकिन अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका है. इस समस्या से निपटने के लिए बिसवां सिधौली रेलवे क्रासिंग तथा बिसवां सीतापुर क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनवाने तथा नगर के चारों ओर बाईपास बनवाने की मांग भी की गई है.

नहीं हो सका है समस्या का निराकरण
इस भीषण जाम से बिसवां नगरपालिका क्षेत्र के 55,780 लोगों के अलावा बिसवां विधानसभा के 32,4612 तथा सेवता विधानसभा के 30,3557 मतदाता भी प्रभावित होते ही हैं. इनके मतों को बड़े-बड़े वायदे कर हासिल करने वाले विधायक और सांसद बनने वाले जनप्रतिनिधि भी जनता की इस ज्वलंत समस्या का निराकरण नहीं कर सके हैं.

अक्सर जाम से प्रभावित होने वाली जगह:

  • बड़े चौराहे से तहसील रोड.
  • रायगंज सब्जीमण्डी के पास.
  • सिधौली रेलवे क्रासिंग के दोनों तरफ.
  • जहांगीराबाद रोड पर.
  • इलाहाबाद बैंक से पोस्टर चौराहे के आसपास.
  • पेट्रोलपंप से डाकखाने तक.

सीतापुरः जिले में शुगर मिल में गन्ने की पेराई शुरू हो जाने से गन्ने लदे ट्रकों, ट्रैक्टर ट्राली की लंबी कतार लग रही है. इसके चलते शहर भर के मुख्यमार्गों पर जाम की समस्या बनी रहती है. आए दिन इमरजेंसी मरीज, बच्चों के स्कूली वाहन और अन्य निजी और सरकारी वाहन घंटों इस जाम में फंस जाते हैं. कभी-कभी दुर्घटनाओं के भी शिकार हो जाते हैं. इससे जन और धन दोनों की हानि होती है.

सड़क पर लगा जाम.

जाम से कैसे मिले निजात
इस भीषण जाम की समस्या से निपटने तथा इसके स्थायी समाधान के लिए तमाम समाजसेवी, व्यापारिक, तथा अधिवक्ताओं के संगठनों ने प्रशासन और फैक्ट्री प्रबंधन तंत्र से मांग की है, लेकिन अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका है. इस समस्या से निपटने के लिए बिसवां सिधौली रेलवे क्रासिंग तथा बिसवां सीतापुर क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनवाने तथा नगर के चारों ओर बाईपास बनवाने की मांग भी की गई है.

नहीं हो सका है समस्या का निराकरण
इस भीषण जाम से बिसवां नगरपालिका क्षेत्र के 55,780 लोगों के अलावा बिसवां विधानसभा के 32,4612 तथा सेवता विधानसभा के 30,3557 मतदाता भी प्रभावित होते ही हैं. इनके मतों को बड़े-बड़े वायदे कर हासिल करने वाले विधायक और सांसद बनने वाले जनप्रतिनिधि भी जनता की इस ज्वलंत समस्या का निराकरण नहीं कर सके हैं.

अक्सर जाम से प्रभावित होने वाली जगह:

  • बड़े चौराहे से तहसील रोड.
  • रायगंज सब्जीमण्डी के पास.
  • सिधौली रेलवे क्रासिंग के दोनों तरफ.
  • जहांगीराबाद रोड पर.
  • इलाहाबाद बैंक से पोस्टर चौराहे के आसपास.
  • पेट्रोलपंप से डाकखाने तक.
Intro:बिसवां चहलारीघाट पुल चालू हो जाने से प्रमुख मार्गों बिसवाँ बहराइच मार्ग बिसवां महमूदाबाद मार्ग बिसवाँ सीतापुर मार्ग और बिसवां लखनऊ मार्ग और चौराहों पर दो पहिया, चौपहिया और भारी वाहनों की आवाजाही तथा नगर व्याप्त अतिक्रमण के चलते आये दिन नगर में जाम की समस्या बनी रहती है।


Body:बिसवां चहलारीघाट पुल चालू हो जाने से प्रमुख मार्गों बिसवाँ बहराइच मार्ग बिसवां महमूदाबाद मार्ग बिसवाँ सीतापुर मार्ग और बिसवां लखनऊ मार्ग और चौराहों पर दो पहिया, चौपहिया और भारी वाहनों की आवाजाही तथा नगर व्याप्त अतिक्रमण के चलते आये दिन नगर में जाम की समस्या बनी रहती लेकिन शुगर मिल के पेराई सत्र शुरू हो जाने से गन्ने लदे ट्रकों ट्रैक्टर ट्राली डनलप की लंबी लंबी कतार के कारण जाम की समस्या और अधिक विकराल रूप ले लेती है जिसमे आये दिन इमरजेंसी मरीज बच्चों के स्कूली वाहन या अन्य निजी और सरकारी वाहन घन्टो इस जाम में फंस जाते है और कभी कभी दुर्घटनाओं के भी शिकार हो जाते जिससे जन और धन दोनों की हानि होती है इस भीषण जाम की समस्या से निपटने तथा इसके स्थायी समाधान के लिए तमाम समाजसेवी ,व्यापारिक , तथा अधिवक्ताओ के संगठनो ने प्रशासन और फॅक्टरी प्रबन्ध तंत्र से मांग की है लेकिन अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका है इस भीषण समस्या से निपटने के लिए बिसवां सिधौली रेलवे क्रासिंग तथा बिसवां सीतापुर क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनवाने तथा नगर के चारों ओर बाईपास बनवाने की मांग भी जनप्रतिनिधियो में राजनैतिक इच्छाशक्ति की कमी के चलते अभी तक नहीं पूरी नहीं हो सकी है हालांकि  जाम के अन्य कारण फॅक्टरी की गन्ना पेराई की क्षमता अधिक होने और इसके अनुपात में गन्ने से लदे वाहनों को खड़े करने के लिए बने यार्ड छोटा होना , वाहनों में बढ़ोत्तरी के अनुपात में सड़को का चौड़ीकरण न होना तथा कस्बे में व्याप्त भीषण अतिक्रमण भी है जिसे भी वोट की राजनीति और लोगो की रोजीरोटी के कारण नजर अंदाज किया जाता रहा है ।




अक्सर जाम से प्रभावित जगह


1बड़े चौराहे से तहसील रोड


2  रायगंज सब्जीमण्डी के पास


3 सिधौली रेलवे क्रासिंग के दोनों तरफ


4 जहांगीराबाद रोड पर


5 इलाहाबाद बैंक से पोस्टर चौराहे के आसपास


6 पेट्रोलपम्प से डाकखाने तक



इस भीषण जाम से बिसवा नगर पालिका क्षेत्र के 55780 लोगो के अलावा बिसंवा विधानसभा के 324 612  तथा सेवता विधानसभा  के 30 3557 मतदाता भी प्रभावित होते ही हैं। लेकिन इनके मतों को बड़े-बड़े वायदे कर हासिल करने वाले विधायक और सांसद बनने वाले जनप्रतिनिधि भी जनता की इस ज्वलंत समस्या का निराकरण नहीं कर सकें है


जाम की समस्या को लेकर ई टीवी  ने  स्थानीय लोगों  से बातचीत कर उनका दर्द  जाना

किरण गुप्ता का कहना है कि  जहां एक तरफ जाम की समस्या के जिम्मेदार मिल प्रशासन और सरकार है लेकिन हम लोग भी इसकी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ नहीं सकते जिसका कारण अतिक्रमण भी है जो हमारी और आपकी वजह से व्याप्त है।


चांद, का कहना है शुगर मिल की वजह से पनपने वाले जाम से निजात के लिए रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाये जाने की आवश्यकता है 

ताकि भारी वाहनों को एक तरफ भेजा जा सके और जन साधारण को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।

वरुण श्रीवास्तव,  का कहना है की जाम की समस्या से बच्चों मरीजों और नौकरी पेशा वालों को काफी परेशानी होती है आये दिन एंबुलेंस और स्कूली वाहन जाम में फंस जाते हैं प्रशासन जनप्रतिनिधियों  तथा  रेलवे विभाग के लोगों को चाहिए की इसके निदान के लिए ओवरब्रिज और बाईपास का निर्माण कराएं।


राजू जैन,का कहना है कि शुगर मिल को नगर के बाहर चारो रोड पर यार्ड का निर्माण कराया जाना चाहिए।


Conclusion:byt 1 चांद,2 वरुण, 3 राजू जैन 4 पुलिस उपाधीक्षक -समर बहादुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.