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कमलेश तिवारी की हत्या से संतों में आक्रोश - संदना थाना क्षेत्र

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में सोमवार को संत समाज के लोगों ने कमलेश तिवारी की हत्या पर बैठक की. बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने कहा कि जरूरत पड़ी तो दधीचि की तरह आतंकवाद के नाश के लिए, हम लोग भी अपनी अस्थियां लगा देंगे.

यति नरसिंहानन्द सरस्वती.
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Published : Oct 21, 2019, 11:25 PM IST

सीतापुरः संदना थाना क्षेत्र के बनगढ़ आश्रम पहुंचे अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने आश्रम के महंत संतोष दास खाकी के साथ बैठक की. बैठक में कमलेश तिवारी के परिवार को न्याय दिलाने और हिन्दू समाज की रक्षा के लिए रणनीति तैयार की गई.

अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने कहा कि कमलेश तिवारी के परिवार ने पैसा-नौकरी-मकान कुछ नहीं मांगा है. उन्होंने केवल न्याय मांगा है. मुख्यमंत्री को न्याय के बारे में सोचना चाहिए और उन अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. आगे किसी हिंदूवादी कार्यकर्ता की इस तरह हत्या करने का साहस जिहादियों में न हो सके, क्योंकि अभी तक जो संदेश दिया है वह बहुत खराब संदेश है. पूरी जनता आक्रोशित है. योगी जी हिंदू कार्यकर्ता होने के बाद भी हिंदुओं पर प्रशासन द्वारा अत्याचार कराया जा रहा है. ऐसा अत्याचार सपा, बसपा और कांग्रेस कार्यकाल में हिंदू कार्यकर्ताओं पर नहीं हुआ. एक तरफ लाश पड़ी हो पत्नी, मां, बेटे पर लाठीचार्ज हो यह कभी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि रणनीति यह है कि जिस भाषा में सवाल पूछा गया है, उस भाषा में ठोस जवाब दिया जाएगा. हम मरे हुए नहीं हैं हमने जो सन्न्यास लिया है. समाज के कल्याण के लिए लिए है. हमारी आंखों के सामने हिंदू समाज इस तरह नष्ट नहीं हो सकता. हम समाज की रक्षा के लिए तैयार हैं. जब जरूरत पड़ेगी तो शरीर का दान देंगे. जिस तरह दधीचि ने आतंकवाद के विनाश के लिए हड्डियों दान दिया था. उसी तरह जरूरत पड़ी तो संत समाज अस्थियों का दान करेंगे.

कमलेश तिवारी की हत्या से संत समाज में आक्रोश, बैठक कर तैयार की रणनीति

सभी धर्म स्थलों पर छापा की मांग

बनगढ़ आश्रम के महंत संतोष दास खाकी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जितने भी धार्मिक संस्थान हैं. चाहे वह मंदिर हों, मस्जिद हों, गिरजाघर, गुरुद्वारा हो, कोई भी हो, इन पर छापा डाला जाए और इनकी तलाशी ली जाए. यह खुल जाएगा कि आतंकवाद का धर्म होता है या नहीं. साधु समाज सबसे पहले इस बात के लिए तैयार होगा. इसके लिए आंदोलन करेगा, क्रांति करेगा. महंत संतोष दास खाकी ने कहा-

"है सलाम अब्दुल कलाम जैसे रसखानों को, चिर शहीद अब्दुल हमीद भारत के परवानों को, लेकिन भारत को कहते डायन, कर दे अपमान तिरंगे का हम सहन नहीं कर पाएंगे ऐसे वहशी सैतानों को"

इस दौरान हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य, हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूनेन्द्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी, राष्ट्रीय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव प्रकाश शुक्ला, सहित साधु-संत मौजूद रहे.

सीतापुरः संदना थाना क्षेत्र के बनगढ़ आश्रम पहुंचे अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने आश्रम के महंत संतोष दास खाकी के साथ बैठक की. बैठक में कमलेश तिवारी के परिवार को न्याय दिलाने और हिन्दू समाज की रक्षा के लिए रणनीति तैयार की गई.

अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने कहा कि कमलेश तिवारी के परिवार ने पैसा-नौकरी-मकान कुछ नहीं मांगा है. उन्होंने केवल न्याय मांगा है. मुख्यमंत्री को न्याय के बारे में सोचना चाहिए और उन अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. आगे किसी हिंदूवादी कार्यकर्ता की इस तरह हत्या करने का साहस जिहादियों में न हो सके, क्योंकि अभी तक जो संदेश दिया है वह बहुत खराब संदेश है. पूरी जनता आक्रोशित है. योगी जी हिंदू कार्यकर्ता होने के बाद भी हिंदुओं पर प्रशासन द्वारा अत्याचार कराया जा रहा है. ऐसा अत्याचार सपा, बसपा और कांग्रेस कार्यकाल में हिंदू कार्यकर्ताओं पर नहीं हुआ. एक तरफ लाश पड़ी हो पत्नी, मां, बेटे पर लाठीचार्ज हो यह कभी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि रणनीति यह है कि जिस भाषा में सवाल पूछा गया है, उस भाषा में ठोस जवाब दिया जाएगा. हम मरे हुए नहीं हैं हमने जो सन्न्यास लिया है. समाज के कल्याण के लिए लिए है. हमारी आंखों के सामने हिंदू समाज इस तरह नष्ट नहीं हो सकता. हम समाज की रक्षा के लिए तैयार हैं. जब जरूरत पड़ेगी तो शरीर का दान देंगे. जिस तरह दधीचि ने आतंकवाद के विनाश के लिए हड्डियों दान दिया था. उसी तरह जरूरत पड़ी तो संत समाज अस्थियों का दान करेंगे.

कमलेश तिवारी की हत्या से संत समाज में आक्रोश, बैठक कर तैयार की रणनीति

सभी धर्म स्थलों पर छापा की मांग

बनगढ़ आश्रम के महंत संतोष दास खाकी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जितने भी धार्मिक संस्थान हैं. चाहे वह मंदिर हों, मस्जिद हों, गिरजाघर, गुरुद्वारा हो, कोई भी हो, इन पर छापा डाला जाए और इनकी तलाशी ली जाए. यह खुल जाएगा कि आतंकवाद का धर्म होता है या नहीं. साधु समाज सबसे पहले इस बात के लिए तैयार होगा. इसके लिए आंदोलन करेगा, क्रांति करेगा. महंत संतोष दास खाकी ने कहा-

"है सलाम अब्दुल कलाम जैसे रसखानों को, चिर शहीद अब्दुल हमीद भारत के परवानों को, लेकिन भारत को कहते डायन, कर दे अपमान तिरंगे का हम सहन नहीं कर पाएंगे ऐसे वहशी सैतानों को"

इस दौरान हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य, हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूनेन्द्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी, राष्ट्रीय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव प्रकाश शुक्ला, सहित साधु-संत मौजूद रहे.

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सीतापुर। संदना थाना क्षेत्र के बनगढ आश्रम पहुचे अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने आश्रम के महंत संतोष दास खाकी केे साथ बैठक कर कमलेश तिवारी हत्या कांड मामले को लेकर परिवार को न्याय दिलाने व हिन्दू समाज की रक्षा के लिए रणनीति तैयार की गई. बैठक में यह तैय हुआ कि भारत के प्रतेक तीर्थ व अखाडे में जाकर हिन्दुओ पर हो रहे अत्याचार के विरोध में संतो के कार्तव्यो की याद दिलाने का काम करेगे.








 



Body:अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक  यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने कहा कि कमलेश तिवारी के परिवार ने पैसा नौकरी मकान कुछ नहीं मांगा है उन्होंने केवल न्याय मांगा. मुख्यमंत्री को न्याय के बारे में सोचना चाहिए और उन अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए. आगे किसी हिंदूवादी कार्यकर्ता की इस तरह हत्या करने का साहस जिहादियों में ना हो सके. क्योंकि अभी तक जो संदेश दिया है वह बहुत खराब संदेश है. पूरी जनता आक्रोशित है योगी जी हिंदू कार्यकर्ता होने के बाद भी हिंदुओं पर प्रशान द्वारा कराया जा रहा है. ऐसा अत्याचार सपा बसपा और कांग्रेस कार्यकाल में हिंदू कार्यकर्ताओं पर नहीं हुआ. एक तरफ लाश पड़ी हो पत्नी, मां, बेटे पर लाठीचार्ज हो या कभी नहीं हुआ. 

रणनीति यह है कि जिस भाषा में सवाल पूछा गया है उस भाषा में ठोस जवाब दिया जाएगा. हम मरे हुए नहीं हैं हमने जो संयास लिया है समाज के कल्याण के लिए के लिए है. हमारी आंखों के सामने हिंदू समाज इस तरह नष्ट नहीं हो सकता हम समाज की रक्षा के लिए तैयार है जब जरुरत पड़ेगी तो सरीर का दान देंगे जिस तरह दधीचि ने आतंकवाद  के विनाश के लिए हड्डियों दान दिया था. उसी तरह जरूरत पड़ी तो उसी तरह संत समाज अस्थियों का दान करेगे.


बनगढ आश्रम के महंत संतोष दास खाकी ने कहा उत्तर प्रदेश में जितने भी धार्मिक संस्थान है धार्मिक पूजा स्थल हैं चाहे वह मंदिर हो, मस्जिद हो, गिरजाघर हो, गुरद्वारा हो, कोई भी हो, इन पर छापा डाला जाए और इनकी तलाशी ली जाए. यह खुल जाएगा आतंकवाद का धर्म होता या नही है. साधु समाज सबसे पहले इस बात के लिए तैयार होगा इसके लिए आंदोलन करेगा, क्रांति करेगा. " है सलाम अब्दुल कलाम जैसे रस खानों को, चिर शहीद अब्दुल हमीद भारत के परवानों को, लेकिन भारत को कहते डायन, कर दे अपमान तिरंगे का हम सहन नहीं कर पाएंगे ऐसे वहशी संतानों का यह राम भूमि है यहां तुम्हें भी राम राम कहना होगा अब तक हमने सहा है अब तुम को सहना होगा"

इस दौरान हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्रवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य, हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूनेन्द्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी, राष्ट्रीय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देव प्रकाश शुक्ला, सहित साधु संत मौजूद रहे.

बाइट: यति नरसिंहानन्द सरस्वती(अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक)
बाइट: संतोष दास खाकी ( महंत बनगढ आश्रम)

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