ETV Bharat / state

सफाई कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों से मिले उत्तर प्रदेश जनजाति आयोग के सदस्य

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि शनिवार को सीतापुर पहुंचे. वहां सफाई कर्मचारी संघ (safai workers union) के पदाधिकारियों से रूबरू हुए और उनके समस्याओं को जाना.

उत्तर प्रदेश जनजाति आयोग के सदस्य
उत्तर प्रदेश जनजाति आयोग के सदस्य
author img

By

Published : Aug 7, 2021, 11:05 PM IST

सीतापुर: उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि (Ram Singh Valmiki) शनिवार को बिसवां नगर पालिका परिषद पहुंचे. उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ (Uttar Pradesh Safai Karamcharis Association) के पदाधिकारियों से रूबरू हुए और उनके समस्याओं को जाना और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनकी वाल्मीकि समाज और संगठन की समस्याओं को जल्द से जल्द निराकरण का आश्वासन दिया.

जानकारी देते उत्तर प्रदेश जनजाति आयोग के सदस्य.


इस मौके पर कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष बृजपाल बाल्मीकि के नेतृत्व में उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें मांग की गई की नगर पालिका परिषद में कार्यरत संविदा सफाई कर्मचारियों को सातवें वेतन का लाभ दिलाया जाए. मृतक सफाई कर्मचारियों के आश्रितों को उनके स्थान पर नियुक्ति प्रदान की जाए. बाबा मनसा राम बाबा मंदिर के निकट हुलास पुरवा में बाल्मिक समाज के शमशान घाट का सौंदर्यीकरण कर बाउंड्री वॉल उठाकर रास्ता दिलवाया जाए. इस मौके पर महामंत्री गुड्डू वाल्मीकि, वीरेंद्र, विजय, शैलेश, दीपक, अर्जुन, राजेंद्र, राजेश, ऋषि, रंजीत, गोपी, अजय, माया, संजय, जयपाल इत्यादि लोग उपस्थित रहे.

आपको बता दें कि पिछले साल ही हाथरस कांड से आहत होकर वाल्मीकि समाज के 50 परिवारों के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है. मामला गाजियाबाद के करहेड़ा इलाके का है. जानकारी के अनुसार इलाके में रहने वाले वाल्मीकि समाज के 236 लोग एकजुट हुए और उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर के परपोते राजरत्न अंबेडकर की मौजूदगी में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी. इन परिवारों का कहना था कि ये हाथरस कांड से काफी ज्यादा आहत हुए हैं. यही नहीं, बौद्ध धर्म अपनाने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों का आरोप था कि लगातार आर्थिक तंगी से जूझने के बावजूद, इनकी कहीं सुनवाई नहीं होती है. इन लोगों ने आरोप लगाया कि हर जगह इनकी अनदेखी की जाती है.

इसे भी पढ़ें-सीएम योगी के संबंध में 'आप' का सनसनीखेज दावा, पीएम को लिखी चिट्ठी

सीतापुर: उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के सदस्य राम सिंह वाल्मीकि (Ram Singh Valmiki) शनिवार को बिसवां नगर पालिका परिषद पहुंचे. उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ (Uttar Pradesh Safai Karamcharis Association) के पदाधिकारियों से रूबरू हुए और उनके समस्याओं को जाना और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनकी वाल्मीकि समाज और संगठन की समस्याओं को जल्द से जल्द निराकरण का आश्वासन दिया.

जानकारी देते उत्तर प्रदेश जनजाति आयोग के सदस्य.


इस मौके पर कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष बृजपाल बाल्मीकि के नेतृत्व में उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें मांग की गई की नगर पालिका परिषद में कार्यरत संविदा सफाई कर्मचारियों को सातवें वेतन का लाभ दिलाया जाए. मृतक सफाई कर्मचारियों के आश्रितों को उनके स्थान पर नियुक्ति प्रदान की जाए. बाबा मनसा राम बाबा मंदिर के निकट हुलास पुरवा में बाल्मिक समाज के शमशान घाट का सौंदर्यीकरण कर बाउंड्री वॉल उठाकर रास्ता दिलवाया जाए. इस मौके पर महामंत्री गुड्डू वाल्मीकि, वीरेंद्र, विजय, शैलेश, दीपक, अर्जुन, राजेंद्र, राजेश, ऋषि, रंजीत, गोपी, अजय, माया, संजय, जयपाल इत्यादि लोग उपस्थित रहे.

आपको बता दें कि पिछले साल ही हाथरस कांड से आहत होकर वाल्मीकि समाज के 50 परिवारों के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है. मामला गाजियाबाद के करहेड़ा इलाके का है. जानकारी के अनुसार इलाके में रहने वाले वाल्मीकि समाज के 236 लोग एकजुट हुए और उन्होंने बाबा साहब अंबेडकर के परपोते राजरत्न अंबेडकर की मौजूदगी में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी. इन परिवारों का कहना था कि ये हाथरस कांड से काफी ज्यादा आहत हुए हैं. यही नहीं, बौद्ध धर्म अपनाने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों का आरोप था कि लगातार आर्थिक तंगी से जूझने के बावजूद, इनकी कहीं सुनवाई नहीं होती है. इन लोगों ने आरोप लगाया कि हर जगह इनकी अनदेखी की जाती है.

इसे भी पढ़ें-सीएम योगी के संबंध में 'आप' का सनसनीखेज दावा, पीएम को लिखी चिट्ठी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.