सीतापुरः जनपद के नैमिषारण्य तीर्थ के प्रसिद्ध कालीपीठ मंदिर के संस्थापक और ललिता देवी मंदिर के प्रधान पुजारी पण्डित जगदम्बा प्रसाद का निधन हो गया. गुरुवार देर शाम 81 वर्ष की अवस्था में उनका कालीपीठ में निधन हो गया. निधन की सूचना मिलते ही पूरे नैमिष क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे.
जानकारी के अनुसार पुजारी पण्डित जगदम्बा प्रसाद ने अपने जीवन में अनेकों सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं की स्थापना और संचालन किया था. इसमें ललिता देवी ऋषिकुल संस्कृत माध्यमिक विद्यालय, दक्षिण मुखी काली मंदिर कालीपीठ, वरदानी हनुमान मंदिर, शिव मंदिर, सत्संग हाल, सैकड़ों यात्री निवास समेत अनेकों क्षेत्र शामिल थे.
गुरुवार की देर शाम पुजारी पण्डित जगदम्बा प्रसाद मां काली के दर्शन की इच्छा जताई. इसके बाद उनके पुत्र गोपाल शास्त्री और भास्कर शास्त्री ने सहारा देकर मां काली के दर्शन करवाए. काली माता के दर्शन करते ही माता जी के अनन्य भक्त जगदम्बा पुजारी जी ने प्राण त्याग दिए. वह काफी समय से बीमार भी चल रहे थे.
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प्रधान पुजारी के आकस्मिक निधन पर विधायक रामकृष्ण, पूर्व एमएलसी एवं पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरीश बाजपेयी, पूर्व विधायक अनूप कुमार गुप्ता, मिश्रिख ब्लॉक प्रमुख राम किंकर पाण्डे, व्यास पीठाधीश अनिल कुमार शास्त्री, हनुमान गढ़ी महन्त बजरंग दास , चक्रतीर्थ पुजारी राजनारायण पांडेय , पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मुनीन्द्र अवस्थी, यतीन्द्र अवस्थी बबलू, माँ ललिता देवी पुजारी लाल बिहारी, सूत गद्दी महंत मनीष शास्त्री, विजय पाण्डेय, अमर नाथ शास्त्री समेत बड़ी संख्या में लोगों ने दुख प्रकट कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
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