सीतापुर: शारदा और घाघरा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण तहसील बिसवां, लहरपुर और महमूदाबाद में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. बाढ़ के कारण लोगों की दिनचर्या पटरी से उतर गई है और उन्हें तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन का दावा है कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों को हर सम्भव मदद पहुंचाई जा रही है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बाढ़ से तहसील बिसवां के 29 ग्राम, लहरपुर के 21 ग्राम और महमूदाबाद के 8 ग्राम कुल 58 ग्रामों की 71,812 जनसंख्या प्रभावित है. इसमें से 5 ग्रामों की 58.55 हेक्टेयर भूमि का कटान हुआ है, जबकि 12 ग्राम की आबादी जलभराव से प्रभावित है. 7 ग्रामों की 83.62 हेक्टेयर कृषिभूमि नदी में डूब गई है. वहीं 32 ग्रामों में जलभराव से आबादी तथा कृषि दोनों प्रभावित है. इसके अलावा 2 ग्रामों का सम्पर्क मार्ग कट गया है. बाढ़ प्रभावित कुल क्षेत्रफल 82.96 हेक्टेयर में से 51.56 हेक्टेयर पर बोयी गई फसल प्रभावित हुई है.
जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने बताया कि जनपद की बाढ़ ग्रस्त तहसील बिसवां में बाढ़ से 1 व्यक्ति की जनहानि, 4 पशु हानि और 4 पक्के मकान पूर्णतया और 14 पक्के मकान आंशिक, 239 कच्चे मकान आंशिक एवं 27 झोपड़ी पूर्णतया क्षतिग्रस्त हुई हैं. जनहानि, पशुहानि एवं मकान और झोपड़ी क्षति ग्रस्त होने से प्रभावित परिवारों को नियमानुसार सहायता राशि वितरित की गई है और यह प्रक्रिया अभी जारी है.
उन्होंने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा एवं बचाव और राहत सहायता प्रदान किए जाने हेतु 13 बाढ़ चौकी, 6 राहत वितरण केन्द्र एवं 15 शरणालय स्थापित किए गए हैं.