सीतापुर: जिले में कच्ची शराब का अवैध कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है. वहीं आबकारी विभाग इस अवैध कारोबार को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चला रहा है. विभाग के द्वारा लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों स्थानों पर छापेमारी करके बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बरामद करने के साथ ही हजारों कुंतल लहन नष्ट किया गया है.
जिला आबकारी विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, 23 मार्च से लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान आबकारी विभाग ने इस अवैध कारोबार के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है. इस दौरान 4364 स्थानों पर आबकारी विभाग द्वारा छापेमारी की गई. जिसमें कुल 823 केस आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज किये गए हैं. ये मुकदमे अवैध शराब बनाने वाले, उसका परिवहन और बिक्री करने वालों के विरुद्ध दर्ज किये गये हैं.
जिला आबकारी अधिकारी सुनील दुबे के अनुसार, अवैध शराब का कारोबार करने वाले 215 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि इसमें से 48 लोगों को आईपीसी की गंभीर धाराओं में जेल भेजा गया है. इस दौरान 8589 लीटर कच्ची शराब बरामद की गई है, जबकि 40 हजार कुंतल लहन नष्ट किया गया है.
उन्होंने बताया कि जिले में महिलाएं मुख्य रूप से इस अवैध कारोबार को संचालित करती हैं. गन्ने की बेल्ट होने के कारण गुड़ से शराब बनाने का काम मुख्य तौर पर किया जाता है. नदी किनारे स्थित इलाकों में लोग इसे संचालित करते हैं. इसके संबंध में सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है.
सीतापुर: अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग का अभियान, 8589 लीटर कच्ची शराब बरामद - sitapur latest news
सीतापुर में लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों स्थानों पर छापेमारी करके बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बरामद करने के साथ ही हजारों कुंतल लहन नष्ट किया गया है. बता दें,आबकारी विभाग इस अवैध कारोबार को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चला रहा है.
सीतापुर: जिले में कच्ची शराब का अवैध कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है. वहीं आबकारी विभाग इस अवैध कारोबार को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चला रहा है. विभाग के द्वारा लॉकडाउन के दौरान सैकड़ों स्थानों पर छापेमारी करके बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बरामद करने के साथ ही हजारों कुंतल लहन नष्ट किया गया है.
जिला आबकारी विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, 23 मार्च से लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान आबकारी विभाग ने इस अवैध कारोबार के खिलाफ विशेष अभियान चलाया है. इस दौरान 4364 स्थानों पर आबकारी विभाग द्वारा छापेमारी की गई. जिसमें कुल 823 केस आबकारी अधिनियम के तहत दर्ज किये गए हैं. ये मुकदमे अवैध शराब बनाने वाले, उसका परिवहन और बिक्री करने वालों के विरुद्ध दर्ज किये गये हैं.
जिला आबकारी अधिकारी सुनील दुबे के अनुसार, अवैध शराब का कारोबार करने वाले 215 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि इसमें से 48 लोगों को आईपीसी की गंभीर धाराओं में जेल भेजा गया है. इस दौरान 8589 लीटर कच्ची शराब बरामद की गई है, जबकि 40 हजार कुंतल लहन नष्ट किया गया है.
उन्होंने बताया कि जिले में महिलाएं मुख्य रूप से इस अवैध कारोबार को संचालित करती हैं. गन्ने की बेल्ट होने के कारण गुड़ से शराब बनाने का काम मुख्य तौर पर किया जाता है. नदी किनारे स्थित इलाकों में लोग इसे संचालित करते हैं. इसके संबंध में सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है.