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फाल्गुनी अमावस्या: नैमिषारण्य में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

यूपी के फाल्गुन अमावस्या के पावन मौके पर नैमिषारण्य तीर्थ में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. भारी संख्या में स्नान करने आए श्रद्धालुओं ने ब्रह्ममुहूर्त में पावन चक्रतीर्थ और आदिगंगा गोमती के राजघाट और देवदेवेश्वर तटों पर स्नान किया.

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नैमिषारण्य में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
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Published : Mar 13, 2021, 1:26 PM IST

सीतापुर: पौराणिक तपोभूमि पर फाल्गुन अमावस्या के पावन मौके पर नैमिषारण्य के चक्र तीर्थ में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. लाखों की संख्या में स्नान करने आए श्रद्धालुओं ने ब्रह्ममुहूर्त में पावन चक्रतीर्थ और आदिगंगा गोमती के राजघाट और देवदेवेश्वर तटों पर स्नान किया. इसके साथ ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है.

इसे भी पढे़ं- माघ मेला 2021ः महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर हर-हर महादेव का हुआ उद्घोष

फाल्गुन अमावस्या के अगले दिन ही प्रतिपदा से 15 दिवसीय चौरासी कोसीय परिक्रमा प्रारंभ होती है. इसलिए ये परिक्रमा अमावस्या भी कही जाती है. सुबह चार बजे से ही अमावस्या स्नान के लिए जत्थों में स्नानार्थी आ रहे हैं. स्नान के बाद तीर्थपुरोहितों को यथा योग्य दान के पश्चात श्रद्धालुओं ने शक्तिपीठ ललिता देवी मंदिर, हनुमान गढ़ी, व्यास गद्दी, सूतगद्दी, बालाजी मंदिर, देवपुरी समेत सभी प्रमुख देवस्थानों पर माथा टेका. अमावस्या स्नान के लिए लखनऊ, हरदोई, सीतापुर समेत पूरे प्रदेश व अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है.

प्रवेश मार्ग से लेकर चप्पे चप्पे पर तैनात सुरक्षा बल

अमावस्या और परिक्रमा मेले के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है . ठाकुरनगर तिराहा और कल्ली मार्ग पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है, ताकि चारपहिया वाहनों को मेले के अंदर न आने दिया जाए. इसके अलावा मंदिरों और घाटों पर भी सतर्कता बरती जा रही है.

सीतापुर: पौराणिक तपोभूमि पर फाल्गुन अमावस्या के पावन मौके पर नैमिषारण्य के चक्र तीर्थ में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. लाखों की संख्या में स्नान करने आए श्रद्धालुओं ने ब्रह्ममुहूर्त में पावन चक्रतीर्थ और आदिगंगा गोमती के राजघाट और देवदेवेश्वर तटों पर स्नान किया. इसके साथ ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है.

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फाल्गुन अमावस्या के अगले दिन ही प्रतिपदा से 15 दिवसीय चौरासी कोसीय परिक्रमा प्रारंभ होती है. इसलिए ये परिक्रमा अमावस्या भी कही जाती है. सुबह चार बजे से ही अमावस्या स्नान के लिए जत्थों में स्नानार्थी आ रहे हैं. स्नान के बाद तीर्थपुरोहितों को यथा योग्य दान के पश्चात श्रद्धालुओं ने शक्तिपीठ ललिता देवी मंदिर, हनुमान गढ़ी, व्यास गद्दी, सूतगद्दी, बालाजी मंदिर, देवपुरी समेत सभी प्रमुख देवस्थानों पर माथा टेका. अमावस्या स्नान के लिए लखनऊ, हरदोई, सीतापुर समेत पूरे प्रदेश व अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है.

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अमावस्या और परिक्रमा मेले के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है . ठाकुरनगर तिराहा और कल्ली मार्ग पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी है, ताकि चारपहिया वाहनों को मेले के अंदर न आने दिया जाए. इसके अलावा मंदिरों और घाटों पर भी सतर्कता बरती जा रही है.

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