सीतापुर: लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के कारण कक्षाएं ठप हैं. सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई ही हो पा रही है. ऐसे समय का सदुपयोग करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने शिक्षकों की दक्षता के संवर्द्धन के लिए नवाचार कार्यक्रम शुरू किया है. इसके दो चरण का कार्यक्रम पूरा हो चुका है, जबकि दो चरण अभी बाकी हैं. शेष कार्यक्रम को भी जल्द ही पूरा कराकर लॉकडाउन के बाद कक्षाओं में इसे लागू कराया जाएगा. ताकि बच्चों को इसका भरपूर लाभ मिल सके.
जिले के कई विकास खंडों का रिस्पॉन्स रहा काफी बेहतर
बीएसए अजीत कुमार ने बताया कि शिक्षकों की दक्षता संवर्द्धन के लिए नवाचार कार्यक्रम की पहल की गई है. यह कार्यक्रम प्रश्नोत्तरी पर आधारित है, जो चार चरणों में लागू किया जा रहा है. इसके दो चरण हो चुके हैं, जबकि दो चरण अभी बाकी हैं. पहले चरण में मिशन प्रेरणा के घटक की प्रश्नोत्तरी में 8923 और दूसरे चरण में 9990 शिक्षकों ने सहभागिता की थी. इसमें कई विकास खंडों का रिस्पॉन्स काफी बेहतर रहा है. अब शेष बचे दो चरणों में और अधिक शिक्षकों को शामिल करते हुए इसे पूरा किया जायेगा.
बच्चों को भी मिलेगा संवर्द्धन कार्यक्रम का लाभ
बीएसए के अनुसार दक्षता संवर्द्धन कार्यक्रम के जरिये शिक्षकों को और बेहतर बनाकर उनकी योग्यता को कक्षाओं में लागू कर बच्चों को इससे लाभान्वित किया जायेगा. साथ ही जनपद को प्रेरक जनपद के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जायेगा. शिक्षकों ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए भरोसा जताया है कि इससे शिक्षकों और फिर बच्चों को लाभ मिलेगा.
सीतापुर: लॉकडाउन में बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों के लिए चला रहा दक्षता संवर्द्धन कार्यक्रम
सीतापुर जिले में बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने शिक्षकों की दक्षता संवर्द्धन के लिए नवाचार कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम को जल्द पूरा कराकर कक्षाओं में इसे लागू कराया जाएगा.
सीतापुर: लॉकडाउन में स्कूल बंद होने के कारण कक्षाएं ठप हैं. सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई ही हो पा रही है. ऐसे समय का सदुपयोग करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने शिक्षकों की दक्षता के संवर्द्धन के लिए नवाचार कार्यक्रम शुरू किया है. इसके दो चरण का कार्यक्रम पूरा हो चुका है, जबकि दो चरण अभी बाकी हैं. शेष कार्यक्रम को भी जल्द ही पूरा कराकर लॉकडाउन के बाद कक्षाओं में इसे लागू कराया जाएगा. ताकि बच्चों को इसका भरपूर लाभ मिल सके.
जिले के कई विकास खंडों का रिस्पॉन्स रहा काफी बेहतर
बीएसए अजीत कुमार ने बताया कि शिक्षकों की दक्षता संवर्द्धन के लिए नवाचार कार्यक्रम की पहल की गई है. यह कार्यक्रम प्रश्नोत्तरी पर आधारित है, जो चार चरणों में लागू किया जा रहा है. इसके दो चरण हो चुके हैं, जबकि दो चरण अभी बाकी हैं. पहले चरण में मिशन प्रेरणा के घटक की प्रश्नोत्तरी में 8923 और दूसरे चरण में 9990 शिक्षकों ने सहभागिता की थी. इसमें कई विकास खंडों का रिस्पॉन्स काफी बेहतर रहा है. अब शेष बचे दो चरणों में और अधिक शिक्षकों को शामिल करते हुए इसे पूरा किया जायेगा.
बच्चों को भी मिलेगा संवर्द्धन कार्यक्रम का लाभ
बीएसए के अनुसार दक्षता संवर्द्धन कार्यक्रम के जरिये शिक्षकों को और बेहतर बनाकर उनकी योग्यता को कक्षाओं में लागू कर बच्चों को इससे लाभान्वित किया जायेगा. साथ ही जनपद को प्रेरक जनपद के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जायेगा. शिक्षकों ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए भरोसा जताया है कि इससे शिक्षकों और फिर बच्चों को लाभ मिलेगा.