सीतापुर: पुलिस की लापरवाह कार्यशैली के चलते एक किशोरी अस्पताल के बेड पर ज़िन्दगी और मौत की जंग लड़ रही है. सीतापुर में छेड़खानी का विरोध करना एक किशोरी को उस वक्त महंगा पड़ गया, जब एक तरफा प्यार में दबंग ने किशोरी पर केरोसिन डालकर उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया. आग की लपटें देखकर स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक युवती गंभीर रूप से झुलस चुकी थी.
गंभीर हालत में किशोरी को लखनऊ रेफर किया गया
परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को देकर किशोरी को एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी गम्भीर हालत देखते हुए उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया. पीड़िता और उसके परिजनों ने वारदात के बाद शहर कोतवाली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे पुलिसिया कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. दबंग द्वारा युवती को जिंदा जलाए जाने के प्रकरण के बाद पुलिस मामले में लीपापोती कर अपनी नाकामी छुपाने में जुटी है.
शहर कोतवाली क्षेत्र के शाहमहोली कस्बे की घटना
शोहदे द्वारा किशोरी को घर मे घुसकर जिंदा जलाये जाने का मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के शाहमहोली कस्बे का है. पीड़िता की मां का आरोप है कि तीन दिन पूर्व जब उसकी 16 वर्षीय बेटी खेत मे घास लेने गई थी तो वहां खेत में पहले से मौजूद गांव के ही गोलू ने उसे जबरन पकड़ लिया और उससे छेड़छाड़ करने लगा. किशोरी ने इसका विरोध किया और वह वहां से भाग निकली. परिजनों के मुताबिक वह उसी शाम घटना की सूचना और मुकदमा दर्ज कराने शहर कोतवाली पहुंची, लेकिन वहां की पुलिस टालमटोल करती रही. दो बार थाने जाने के बावजूद पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसका नतीजा यह रहा कि जब शोहदे गोलू को इसकी भनक लगी तो वह आग बबूला हो गया और उसने घर में अकेली किशोरी को देखकर उस पर केरोसिन डालकर उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया.
जख्मी हालत में किशोरी को तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया, 70 फीसदी जले होने के कारण उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया.
शोहदे द्वारा किशोरी को जिंदा जलाए जाने की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस के हाथ पांव फूल गए. आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता और उसके परिजनों के बयान दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस का कहना हैं कि शोहदे द्वारा किशोरी पर शादी का दबाव बनाया गया था, जिसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत की थी. पुलिस का कहना है कि मामले में केस दर्ज कर जांच की जा रही है. अगर किसी पुलिस कर्मी की लापरवाही पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.