सीतापुर: जिले में धान खरीद में भ्रष्टाचार किए जाने का मामला सामने आया है. बीजेपी के विधायक की शिकायत पर डीएम ने जांच कराई तो तीन लोग दोषी पाए गए. खाद्य एवं रसद विभाग के मार्केटिंग इंस्पेक्टर सहित तीन लोगों पर रामपुर मथुरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
रामपुर मथुरा स्थित धान क्रय केन्द्र पर धान खरीद में भ्रष्टाचार करने की शिकायत क्षेत्रीय किसानों ने स्थानीय विधायक ज्ञान तिवारी से की थी. इसके बाद बीते रविवार को मौके पर पहुंचे सेउता से बीजेपी विधायक ज्ञान तिवारी ने धान खरीद में अनिमितता पाए जाने पर जिलाधिकारी को इस मामले से अवगत कराया था. इसके बाद जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने तीन सदस्यीय टीम बनाई. जिला स्तरीय तीन सदस्य टीम क्रय केंद्र पर पहुंची और किसानों के बयान लिये. इसके बाद अभिलेखों को खोजा गया. इसमें किसानों और विधायक की शिकायत सही पाई गई.
केंद्र प्रभारी ने दलालों से खरीदा था धान
जांच टीम ने पाया कि इस केंद्र के प्रभारी द्वारा जिन किसानों से धान खरीदा गया है, उनसे भारी मात्रा में कटौती की गई है. वहीं सैकड़ों ऐसे किसान हैं जिनको पावती रसीद तक नहीं दी गई है. यही नहीं मानक के अनरूप होने के बाद भी किसानों का धान रिजेक्ट किया गया. जांच टीम ने पाया कि क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा स्थानीय किसानों का धान न खरीद कर दलालों और बिचौलियों के माध्यम से दूसरे क्षेत्रों का धान यहां खरीदा गया. जिन किसानों का धान खरीदा गया है उनको समय पर भुगतान भी नहीं किया गया. धान के परिवहन का कोई अभिलेख यहां मौजूद नहीं पाया गया. किसानों के लिए धान वितरण की टोकन व्यवस्था भी यहां लागू नहीं थी. धान खरीद को लेकर मुख्यमंत्री द्वारा सितंबर माह में जो बिंदुवार दिशा-निर्देश दिए गए थे उनका भी यहां पालन नहीं किया जा रहा था. इस पर मार्केटिंग इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार सिंह, राजू टेलर और पंकज जायसवाल के विरद्ध थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
उप जिलाधिकारी महमूदाबाद पर थी जिम्मेदारी
निष्पक्ष, पारदर्शी और शासन की मंशा के अनुरूप धान खरीद की जिम्मेदारी उप जिलाधिकारी महमूदाबाद पीएल मौर्या पर थी, लेकिन उन्होंने अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं किया. इस पर विधायक ज्ञान तिवारी ने भी प्रश्न खड़ा किया है. विधायक ने कहा कि जब इस क्रय केंद्र पर अनियमितताओं की शिकायत शुरुआत से ही आ रही थी, तभी मैंने कई बार एसडीएम को बताया और इस केंद्र का निरीक्षण करने को कहा. एसडीएम ने इस क्रय केंद्र का एक बार भी निरीक्षण नहीं किया और केंद्र पर इतना बड़ा भ्रष्टाचार होता रहा.
मार्केटिंग इंस्पेक्टर से सिस्टम बनाकर अपना धान तो भेज दिया, लेकिन उनको पावती रसीद आज तक नहीं दी गई. मंगलवार को विधायक ज्ञान तिवारी पुनः रामपुर मथुरा पहुंचे और गेस्ट हाउस में बैठकर कई किसानों को पावती की रसीद दिलाई, जिनको क्रय केंद्र प्रभारी ने रसीद नहीं दी थी. बहुत सारे ऐसे किसान अभी भी छूट गए हैं, जिनको रसीद नहीं मिल सकी है.