सीतापुर: निजी नर्सिंग होम में भर्ती जिस गर्भवती महिला की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, उसे निजी लैब ने गलत रिपोर्ट जारी कर दी थी. इस महिला को कोरोना का संक्रमण नहीं था. सरकारी लैब से महिला की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद एक बार फिर हड़कंप मच गया है. प्रशासन अब निजी लैब के विरुद्ध कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है.
शहर के बीडी कपूर मेमोरियल हॉस्पिटल में पिछले दिनों पिसावां इलाके की रहने वाली एक गर्भवती महिला इलाज के लिए आई थी. अस्पताल प्रशासन द्वारा इस महिला की कोविड-19 जांच कराने के लिए लखनऊ के पैथ काइंड लैब को सैंपल भेजा गया था. इस लैब की जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद यहां हड़कंप मच गया था.
इलाके को किया गया था सील
डीएम-एसपी और सीएमओ ने तत्काल हॉस्पिटल पहुंचकर उसे सील करा दिया था और अस्पताल के स्टाफ को क्वारंटाइन कराकर सभी की जांच के लिए सैंपल भिजवाया था. इसके साथ महिला के निवास स्थान के एक किलोमीटर दायरे को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया था और महिला को इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया था, जहां लोकबंधु हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा है और वह स्वस्थ है.
लैब के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी
इसके बाद महिला की जब राजकीय लैब में जांच कराई गई तो उसमें कोरोना का संक्रमण निगेटिव पाया गया. यह रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को रिपोर्ट भेजकर निजी लैब के विरुद्ध कार्रवाई करने की प्रक्रिया अपना रहा है.
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लैब ने जारी किए कई गलत रिपोर्ट
सीएमओ डॉ. आलोक वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाये जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि इस निजी लैब द्वारा कई रिपोर्ट गलत जारी किए जाने की जानकारी मिली है. इस लैब की गलत रिपोर्ट के कारण न सिर्फ शासन, प्रशासन और आम जनता को तमाम कठिनाइयों से गुजरना पड़ा, बल्कि मरीज और अस्पताल स्टाफ को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा. इसके मद्देनजर लैब के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की जा रही है.