सिद्धार्थनगर : सिद्धार्थ विश्वविद्यालय का पांचवां दीक्षांत समारोह (Siddharth University fifth convocation) रविवार को आयोजित हुआ. इस समारोह में सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिरकत की.
राज्यपाल ने विभिन्न संकायों के 33 टॉपर छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल (gold medal) प्रदान किया. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह 11:00 बजे शुरू हुए दीक्षांत समारोह में सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक और दीक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी अपनी विशेष वेशभूषा में विश्वविद्यालय पहुंचे. इस मौके पर गोल्ड मेडल पाने वाले विद्यार्थियों के चेहरे पर सुखद एहसास देखा जा सकता था.
इस दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोल्ड मेडलिस्ट बच्चों (gold medalist kids) के उज्जवल भविष्य की कामना की और देश का नाम रोशन करने का आशीर्वाद दिया.
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि नई शिक्षा नीति (new education policy) में बहुत सारे बदलाव किए गए हैं. छठीं कक्षा से बच्चों को पढ़ाई के साथ ही टेक्निकल एजुकेशन भी दी जा रही है ताकि एजुकेशन के साथ हुनर सीखकर वे लोगों की सेवा करें. साथ ही अपने साथ-साथ कई अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकें.
इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर यह शिक्षा नीति बनाई गई है. राज्यपाल ने कहा कि पढ़ने के बाद नौकरी के लिए इधर-उधर घूमना नहीं पड़ेगा. सरकार सबको नौकरी नहीं दे सकती और यह संभव भी नहीं है. बच्चों को टेक्निकल एजुकेशन देते हुए हुनर सिखाना जरूरी है ताकि वह अपना रोजगार खुद स्थापित कर सकें.
बच्चियों की शिक्षा को लेकर राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा कि स्कूल दूर हो या पास, बच्चियों को शिक्षित करने के लिए उन्हें भेजना ही चाहिए. आधी आबादी शिक्षित होगी, तभी देश का विकास संभव है.
राज्यपाल ने इस मौके पर स्थानीय प्राइमरी स्कूल के बच्चों को किताबों से भरा स्कूल बैग वितरित किया. गौरतलब है कि आनंदीबेन पटेल पिछले 3 दिनों से सिद्धार्थनगर जिले में थीं. अपने प्रवास के अंतिम दिन वे यहां से दोपहर बाद राजभवन के लिए रवाना हुईं.
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