लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश में जिलाध्यक्षों को लेकर 7 जनवरी मंगलवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी. BJP वैसे तो निर्विरोध चयन करना चाहती है. फिर भी जिलों में अधिक प्रत्याशी होने की दशा में चुनाव होने की भी संभावना है. इसलिए नामांकन प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी. बाद में यह पूरी कोशिश की जाएगी कि चुनाव सर्वसम्मति से ही हो जाए.
चयन को लेकर हुई बैठक में यह तय हुआ: बीजेपी के जिला अध्यक्षों के चयन को लेकर प्रदेश मुख्यालय में रविवार शाम आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया है कि BJP का प्रदेश अध्यक्ष किसी भी हाल में 60 साल से अधिक उम्र का नहीं होगा. इसके साथ ही चुनाव के मुकाबले आम सहमति से जिलाध्यक्ष का निर्विरोध चयन प्राथमिकता रहेगी. केंद्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और केंद्रीय महामंत्री विनोद तावडे़ की मौजूदगी में जिला अध्यक्ष चयन को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया है. इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी की रविवार की शाम महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें 98 संगठन के जिलों में ( भारतीय जनता पार्टी के कई जिलों में दो अध्यक्ष हैं ) अध्यक्ष के चुनाव को लेकर महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए हैं.
07 से 10 जनवरी के बीच नामांकन की प्रक्रिया: प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने संगठनात्मक चुनाव का वृत्त पटल पर रखते हुए कहा कि पार्टी के कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ताओं को मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित वर्ग तथा महिला कार्यकर्ताओं का मंडल अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन हुआ है. शीघ्र ही बचे हुए जिलों में भी मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होगी. आगामी 07 जनवरी से 10 जनवरी के बीच जिलाध्यक्ष नामांकन की प्रक्रिया प्रदेश में संपन्न होगी.
यह होंगे चुनाव के नियम : प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि संगठनात्मक लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करते हुए आम सहमति के आधार पर जिलाध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया को पूर्ण करना है. कहा कि जिलाध्यक्ष की आयु 60 वर्ष से अधिक न हो, यह ध्यान में रखना है. सभी जिला चुनाव अधिकारी अपने जिलों में चुनाव की तिथि तथा स्थान पूर्व में घोषित करेंगे. कहा कि वैचारिक पृष्ठभूमि के साथ ही दो बार सक्रिय सदस्य रहे भाजपा के दायित्वधारी कार्यकर्ता भाजपा जिलाध्यक्ष के नामांकन के लिए अर्ह होगें. कहा कि इसके साथ ही संविधान गौरव अभियान के तहत पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर संपर्क करेंगे. पार्टी के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिकों के साथ संविधान गौरव अभियान में सम्मिलित होगें.
यह चुनाव इसलिए है महत्वपूर्ण: पार्टी ने जिस तरह से मंडल अध्यक्ष अभी तक निर्विरोध चुने हैं, इसी तरह बिना किसी विवाद के जिला अध्यक्ष भी चुने जाने की तैयारी है. इसकी नीति रीति राष्ट्रीय महामंत्री संगठन प्रदेश के नेतृत्व को बताएंगे फिलहाल जो जिला अध्यक्ष बनेंगे, उन्हीं की देखरेख में साल 2027 के विधानसभा चुनाव भी होंगे इसलिए जिला अध्यक्षों का चयन बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
चयन का यह है फार्मूला: भारतीय जनता पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि जिला अध्यक्ष के चयन में इस बार एक सिंपल फार्मूला लिया गया है. यूपी में बीजेपी के 98 जिलाध्यक्ष हैं. इनमें से लखनऊ, कानपुर समेत कई बड़े जिलों में बीजेपी ने दो जिलाध्यक्ष बनाए हैं. पिछली बार इनमें से 65 जिला अध्यक्ष बदल दिए गए थे. इस बार भी जिलाध्यक्ष चयन में वहीं फार्मूला अपनाया गया है यानी जिन 65 जिलों में जिला अध्यक्ष के खिलाफ भारी विरोध है या फिर उम्र ज्यादा हो गई है वहां बदलाव होगा. सूत्रों की मानें तो इस फार्मूले के हिसाब से 20 जिलाध्यक्ष पार्टी बदल सकती है. वहीं, 35 जिलों में जिलाध्यक्ष बदले जाने की पहले से ही तैयारी है. इस लिहाज से यूपी में 50-55 जिलों में बीजेपी नए चेहरे जिलाध्यक्ष के रूप में ला सकती है.
बैठक में हुई थी लंबी बातचीत: भारतीय जनता पार्टी संगठन पर्व-2024 के तहत आयोजित संगठन चुनाव प्रदेश कार्यशाला रविवार को राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष एवं राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे़ की उपस्थिति में संपन्न हुई थी. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी, स्वतंत्र देव सिंह व प्रदेश सह चुनाव पर्यवेक्षक संजय भाटिया व संजीव चौरसिया उपस्थित रहे. चरणबद्ध बैठकों में क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय प्रभारी, जिला चुनाव अधिकारी, जिला प्रभारी तथा जिलाध्यक्ष सम्मिलित थे.
राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने संगठनात्मक चुनाव के अगले चरण की कार्ययोजना साझा करते हुए कहा कि विचारधारा, संस्कार और संगठनात्मक पद्धति ही लम्बे समय तक संगठन को जीवन्त रखते हैं. कहा कि भाजपा मेरा संगठन है, इस विचार से जिलों में जाकर वर्तमान से अच्छा संगठन तैयार करने की समझ के साथ रायशुमारी करें. गुणात्मकता के साथ हमारे संगठनात्मक चुनाव के चार चरण पूर्ण हो चुके हैं. हम अगले चरण के लिए आगे बढ़ रहे हैं. कहा कि दायित्व परिवर्तन संगठनात्मक व्यवस्था है और इसके अनुरूप ही समय-समय पर प्रत्येक कार्यकर्ता के दायित्वों में परिवर्तन होता है.
कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को श्रेय: राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे़ ने कहा कि भारत में सिर्फ भाजपा ही एक मात्र राजनैतिक दल है जो संगठन की संरचना भी संगठनात्मक लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप करता है. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी में बूथ का कार्यकर्ता भी अपनी योग्यता और क्षमता के आधार पर किसी भी शीर्ष पद पर पहुंच सकता है. संगठन पर्व के तहत पार्टी के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों तथा कार्यकर्ताओं ने अपने परिश्रम से सदस्यता अभियान में कीर्तिमान स्थापित किया है. संगठन बूथ समितियों के गठन, मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन के साथ जिलाध्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया की ओर बढ़ा है. पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता जिलाध्यक्षों के रूप में निर्वाचित होगें और संगठन के अबतक के कार्यों को आगे बढ़ाते हुए पार्टी के अभियानों, कार्यक्रमों और विचारधारा को गति प्रदान करेंगे.
पार्टी ने पूरे किए संकल्प: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा ने अनुच्छेद 370 की समाप्ति, श्रीराम जन्मभूमि भव्य मंदिर निर्माण, सहित अपने सभी संकल्पों को पूर्ण किया है. यही कारण है कि देश में भाजपा तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति देश के जनमानस का विश्वास अटल है. कहा कि भाजपा व भाजपा नेतृत्व के साथ ही भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता की छवि भी समाज में राष्ट्रवाद के अग्रदूत के साथ ही संस्कारी तथा सेवाभावी व्यक्ति के रूप में होती है. यही भाजपा के निष्ठावान, अन्त्योदय विचारधारा के संवाहक तथा लोकसेवा में समर्पित कार्यकर्ता विभिन्न दायित्वों पर पहुंचकर संगठन का नेतृत्व करते हैं. संगठनात्मक चुनाव से 2027 विधानसभा चुनाव के लिए नेतृत्व चयन का कार्य पूर्ण होगा. केन्द्रीय नेतृत्व के दिशा निर्देश में संगठन चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है.