सिद्धार्थनगर: जिले से गुजरने वाली नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छू रहा है. कई गांवों में बाढ़ के कारण हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. ग्रामीणों का आरोप है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक कोई भी सरकारी अधिकारी नहीं पहुंचा है. प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने शनिवार को अपनी विधानसभा के कई बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया. वहीं सदर एसडीएम का कहना है कि उन्होंने हल्का लेखपाल और तहसीलदार को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का मुआयना कर आवश्यक सामग्री पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.
इस गांव के लोगों को नाव से या पानी में चलकर आना जाना पड़ रहा है. ग्रामीण फिरई यादव ने बताया कि करीब आठ दिन से उनके गांव के चारों तरफ पानी भरा है. आवाजाही में मुश्किलें हो रही हैं और दिक्कतें दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही हैं. ग्रामीण लक्ष्मण ने कहा कि आठ दिन बीत जाने के बाद भी उनके गांव में कोई भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा. ग्रामीण प्रशासन से मदद की आस लगाए बैठे हैं.
बाढ़ से जिले में खराब होते हालात के बारे में सदर एसडीएम विकास कश्यप ने कहा कि जिले की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. कुछ गांव जलमग्न हो गए हैं. प्रभावित लोगों तक जरूरी सामग्री जल्द से जल्द भेजने का प्रयास किया जा रहा है. लेखपाल, तहसीलदार के माध्यम से सभी प्रभावित गांवों में मदद की किट मुहैया कराई जा रही है.
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सिद्धार्थनगर जिले में शनिवार सुबह प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कई बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया. उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र इटवा में बाढ़ से घिरे दर्जनों गांवों में जाकर लोगों हाल जाना. मंत्री सतीश द्विवेदी ने लोगों को हर सम्भव मदद का भरोसा भी दिया. यहां लगभग 36 गांव बाढ़ की वजह से जलमग्न हो चुके है और सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूब चुकी है.