श्रावस्ती: जनपद के इकौना कस्बे में पुलिस का बेरहम चेहरा सामने आया है. दरअसल यहां कुछ दिन पहले लॉकडाउन के दौरान अपने घर जा रही दो महिलाओं की पुलिस ने पिटाई कर दी थी, इसके अलावा इकौना कस्बे के ही एक विकलांग फल विक्रेता को घर में भोजन करते समय घर से बाहर निकाल कर पुलिस ने बेरहमी से पीटा था, इस दौरान पिता को बचाने आई बालिका को भी पुलिसकर्मियों ने भद्दी-भद्दी गालियां देकर भगा दिया था. इस घटना के वीडियो शोसल मीडिया पर भी वायरल हुए. इस मामले की जानकारी होने पर इकौना विधायक रामफेरन पाण्डे ने पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मौर्य से पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेकर कठोर कार्रवाई करने को कहा. जिस पर पुलिस अधीक्षक ने आरोपी प्रभारी निरीक्षक समेत दो अन्य सिपाहियों को निलंबित कर दिया है.
विकलांग फल विक्रेता को बेरहमी से पीटा
इकौना पुलिस ने अपनी वर्दी का रौब दिखाते हुए एक विकलांग फल विक्रेता को घर में भोजन करते समय घर से बाहर निकाल कर बेरहमी से पिटाई कर दी थी. इस दौरान पिता को बचाने आई बालिका को भी भद्दी गालियां देकर भगा दिया. इस बारे में फल विक्रेता ने आरोप लगाया है कि कस्बा इंचार्ज ने उसकी दुकान से फल खरीदा था, पैसा मांगने पर कस्बा इंचार्ज नाराज हो गये थे. कोरोना कर्फ्यू का पालन करवाने के बहाने उन्होंने घर से बाहर निकाल कर मेरी पिटाई कर अपनी भड़ास निकाली है.
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तीन लोगों को किया निलंबित
पुलिस अधीक्षक अरबिंद कुमार मौर्य ने विधायक इकौना द्वारा की गई शिकायत और वायरल वीडियो को देखने के बाद तत्काल प्रभाव से आरोपी प्रभारी निरीक्षक ज्ञानेंद्र पांडेय एक सिपाही और एक महिला कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है. साथ ही मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है, जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.