श्रावस्ती: जिले के इकौना में शुक्रवार को गिलौला थाने में एक युवक की मौत हो गई थी. इस मामले में मृतक के घर जाते समय समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजपाल कश्यप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इस दौरान उनके साथ कई अन्य समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी मौजूद थे. डॉ.कश्यप की गिरफ्तारी के वक्त पुलिस के साथ तीखी झड़प भी हुई. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर भिनगा पुलिस लाइन में नजरबन्द कर दिया, जिसके थोड़ी देर बाद ही उन्हें छोड़ दिया गया.
- सपा के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजपाल कश्यप पुलिस हिरासत में
- गिलौला थाने में पुलिस हिरासत में युवक की मौत हो गई थी
- वह श्रावस्ती पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे
- थोड़ी देर नजरबंद रखने के बाद उनको छोड़ दिया गया
शुक्रवार को गिलौला थाने में पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत के मामले का समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संज्ञान लिया था. अखिलेश यादव के निर्देश पर डॉ. राजपाल कश्यप मृतक के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करने जा रहे थे. इस दौरान इकौना में उन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाईन भिनगा में लाकर नजरबन्द कर दिया. इसके कुछ घंटों के बाद ही उन्हें छोड़ दिया गया.
डॉ. राजपाल कश्यप ने हिरासत से छूटने के बाद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि हम लोग पीड़ित परिवार से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने हम लोगों को लाठी के बल पर घसीट-घसीट कर गाड़ियों में डाल कर भिनगा में ले जाकर नजरबंद कर दिया. हमें पीड़ित परिवार से मिलने से रोक दिया गया जो संवैधानिक अधिकार का हनन है. हम प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, एक नौकरी तथा परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए.
डॉ. राजपाल कश्यप ने कहा कि प्रदेश में योगी सरकार पूरी तरह से तानाशाह हो चुकी है. हत्या, डकैती, लूट, बलात्कार में उत्तर प्रदेश देश में नम्बर एक बन चुका है. गृह मंत्रालय के अनुसार, प्रदेश में 17 लोग फर्जी एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. दलित पिछड़ों का शोषण चरम पर है. योगी सरकार विकास के नाम पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कामों का नाम तथा बोर्ड बदलने का काम कर रही है. जनता के साथ इतनी बर्बरता अंग्रेजी हुकूमत में भी नहीं हुई, जितनी योगी सरकार में हो रही है. प्रदेश में योगी सरकार पूरी तरह से विफल है, जिसे नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.