श्रावस्ती : उत्तरकाशी टनल में फंसे 41 मजदूरों में से छह श्रावस्ती के आदिवासी गांव मोतीपुर रहने वाले हैं. हादसे के 17 वें दिन सुरंग में फंसे लोगों के जल्द सकुशल बाहर आने की खबर सुनकर ने मजदूरों के परिवार को राहत दी है. चुनौनितियों की चट्टान में फंसी जिंदगी बचाने के लिए बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. इस बीच मंगलवार को ही डीएम कृतिका शर्मा मजदूरों के गांव मोतीपुर कला पहुंचीं.
हर संभव मदद का दिया भरोसा
टनल में फंसे मजदूरों के परिजनों को हिम्मत देने के लिए डीएम उनके घर गईं. डीएम कृतिका शर्मा ने मोतीपुर कला गांव में श्रमिकों के परिजनों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा. उन्हें ढांढ़स बंधाया. साथ ही भरोसा दिया कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी. कहा कि सरकार और जिला प्रशासन उनके हर दुख-दर्द में साथ है. जिलाधिकारी कृतिका शर्मा ने बताया कि टनल हादसे में फंसे श्रमिकों के परिजनों से मुलाकात भरोसा दिलाया कि टनल में सभी लोग सुरक्षित हैं. घबराए नहीं, पल-पल सरकार और जिला प्रशासन द्वारा निगरानी की जा रही है और उन्हें निकालने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है.
मजदूरों को घर तक पहुंचाएगी सरकार
डीएम कृतिका शर्मा ने परिजनों को बताया कि टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के बाद सरकार और जिला प्रशासन ने उन्हें घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की है. डीएम ने बताया कि टनल हादसे मे फंसे मोतीपुर कला निवासी श्रमिक अंकित कुमार, संतोष कुमार ,राम सुंदर, जय प्रकाश एंव इसी ग्राम पंचायत के रानियापुर के निवासी सत्यदेव, राम मिलन के घर पर परिजनों से वे मिली हैं. उनका हौसला बढ़ाया है. साथ ही स्वास्थ, भोजन, पानी आदि व्यवस्थाओं को भी देखा. डीएम ने उप जिलाधिकारी भिनगा पीयूष जायसवाल को निर्देश दिया कि जब तक फंसे श्रमिक वापस नहीं आ जाते हैं, तब तक उनके परिजनों को कोई दिक्कत न होने पाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाए.