सहारनपुर: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. देश के कई हिस्सों में तो इस प्रदर्शन ने हिंसा का रूप भी अख्तियार कर लिया है. जनपद में भी इसका खासा विरोध हो रहा है. इस विरोध प्रदर्शन के बारे में देवबंदी उलेमा मुफ्ती शाहनवाज खान का कहना है कि प्रदर्शनकारी CAA से ज्यादा एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. इसे लेकर सरकार को जनता के बीच आकर दोनों मुद्दों के बारे में डिबेट करनी चाहिए.
पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बारे में ईटीवी भारत के संवाददाता ने देवबन्द के मदरसा दारुल उलूम जकरिया के तालीम इंचार्ज मुफ्ती शाहनवाज खान से बात की. इस पर उन्होंने कहा कि देश भर में जो विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, उसकी वजह एनआरसी है. मुसलमान CAA से ज्यादा एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. सरकार को एनआरसी पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए और जनता के बीच आकर इन मुद्दों पर डिबेट करनी चाहिए.
सरकार NRC न लागू करे तो रुक जाएंगे प्रदर्शन
देवबंदी उलेमा मुफ्ती शाहनवाज खान का कहना है कि अगर सरकार एनआरसी न लागू करने का वादा करे तो प्रदर्शन अपने आप ही रुक जाएंगे. देवबंदी उलेमा ने बातचीत में कहा कि देश का मुसलमान यह सोच रहा है कि अगर एनआरसी लागू हुआ तो जो हिन्दू कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाएंगे उन्हें तो नागरिकता मिल जाएगी. वहीं अगर मुस्लिम कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए तो उन्हें नागरिकता नहीं मिल पाएगी.