सहारनपुर: वर्ष 2017 में हुई जातीय हिंसा के बाद सुर्खियों में आया दलित संगठन भीम आर्मी एक बार फिर सुर्खियां बना हुआ है. कोर्ट के आदेश पर मुगलसराय में रविदास मंदिर हटाने का मामला हो या फिर बाबा साहब की मूर्ति खंडित का मामला. भीम आर्मी ने मंगलवार को जेल भरो आंदोलन करने का आह्वान कर दिया है. भीम आर्मी के बढ़ते तेवर और चेतावनी के बाद जिला प्रशासन ने भी जिले भर में अलर्ट जारी करने के साथ ही धारा 144 लागू कर आंदोलनकारियों पर निगरानी बनाये रखने के आदेश दिए हैं.
जिले में लगी धारा 144
पिछले दिनों थाना देहात कोतवाली इलाके के गांव घुना में अराजकतत्वों ने बाबा साहेब डॉ भीम राव अम्बेडकर की मूर्ति को खंडित कर दी थी, जिसके बाद पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर न सिर्फ नई मूर्ति लगवाई बल्कि जाम लगा रहे दलित समाज के लोगों को समझाने की कोशिश भी की थी, लेकिन आक्रोशित भीड़ ने जाम खोलने की बजाए पुलिस और शाकम्भरी देवी दर्शन को जा रहे श्रदालुओं पर पथराव किया था, जिसके बाद पुलिस ने 75 नामजद समेत 700 से ज्यादा लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. देहात कोतवाली में बड़ी संख्या में मुकदमा दर्ज होने के बाद संगठन ने मुकदमें के विरोध में मोर्चा खोल दिया. भीम आर्मी पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर 17 सितंबर को जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है. भीम आर्मी पदाधिकारी और हजारों कार्यकर्ता मंगलवार को ज्ञापन के साथ गिरफ्तारी देने सहारनपुर जिला मुख्यालय पहुंचेंगे.
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2017 में हुई जातीय हिंसा को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं. शहर में प्रवेश होने वाले सभी रास्तों पर बेरिकेटिंग कर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. जनपद के सभी थानाध्यक्षों को अलर्ट कर दिया गया. जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. सुरक्षा की दृष्टि से चार कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरएएफ समेत 1,000 से ज्यादा पुलिस कर्मी भी तैनात किए गए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले कार्यकर्ताओं के लिए जगह-जगह बेरिकेटिंग कर रोकने के निर्देश दिए गए हैं.
कलेक्ट्रेट और जिले के सारे इंट्री प्वाइंट में फोर्स लगाई गई है. जो भी गैर समाजिक कार्य करेगा उसके खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा, लोकल फोर्स के साथ ही पीएसी और आरएफ की कम्पनियां लगायी गई हैं. 10 तारीख को घुना गांव में अंबेडकर जी की मूर्ति तोड़ी गई थी उसके विरोध में लोगों ने सड़क जाम किया था, जिसमें कुछ गैर समाजिक लोग भी शामिल हो गये थे, जिससे वहां लॉ एड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न हो गई थी.
-दिनेश कुमार पी, एसएसपी