सहारनपुर: देवबंद नगर के अन्नपूर्णा माता मन्दिर में विशेष व्रत व पूजन शुरू हो गया. इस व्रत को करने का अवसर साल में केवल एक बार प्राप्त होता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से कभी भी अन्न का कष्ट नहीं होता है. देवीकुंड स्थित माता अन्नपूर्णा मन्दिर पर आसपास के इलाके के अलावा दूर दराज से आए लोगों का भी मंदिर में तांता लगा रहता है.
- 21 दिनों का व्रत किया जाता है.
- कार्तिक मास की पूर्णिमा से अगहन की चौदस तक मनाया जाता है व्र.त
- इस व्रत को करने से भक्त कभी भूखा नहीं रहता.
क्या है मान्यता-
- ऐसा माना जाता है कि सृष्टि रचने के बाद मनुष्य के भोजन के लिए भगवान शंकर ने मां अन्नपूर्णा से अन्न की भिक्षा मांगी थी.
- माता ने भगवान को चावल का दान दिया था.
- भगवान शंकर द्वारा मां से भिक्षा लेने के बाद सृष्टि के लोगों को अन्न की प्राप्ति हुई थी.
- लोग आज भी अपनी फसल का पहला भोग माता अन्नपूर्णा को समर्पित करते हैं, उसके बाद ही वे उन्हें बाजारों में बेचते हैं.