सहारनपुर: जनपद के किसान डॉक्टर अरुण कुमार आचार्य को गोसेवा के लिए सम्मानित किया गया. इस दौरान कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने किसान अरुण कुमार आचार्य को प्रशस्ति पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया. इस मौके पर कई नस्लों की गायों को पालने वाले किसान अरुण कुमार आचार्य ने कार्यक्रम में मौजूद अन्य किसानों को विभिन्न प्रजाति की गायों को पालने के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी. साथ ही उन्होंने कहा कि, उत्तम नस्ल की गायों के लिए अच्छे नंदियों का होना जरूरी है.
दरअसल पशुपालक डॉक्टर अरुण कुमार आचार्य पिछले चार सालों से एक गोशाला चला रहे हैं. जिसमें वह मुख्य रूप से गायों की ब्रीडिंग पर काम कर रहे हैं. कार्यक्रम में आए किसानों को संबोधित करते हुए डॉक्टर अरुण कुमार ने कहा कि, गाय के बिना कृषि असंभव है, क्योंकि गोबर में ही लक्ष्मी का वास होता है. डॉक्टर अरुण कुमार के मुताबिक, गोबर में ऑक्सीजन का कंटेंट सबसे ज्यादा होता है और आयुर्वेद में उपले यानी कंडे की राख को गोबर की भस्म कहा जाता है. गोबर में ऑक्जीसन कंटेट ज्यादा होने की वजह से बचपन में हमारी माताजी और दादी हमें राख चटाती थीं, जिसके बाद पांच घंटे बाद तक हमारी बॉडी में ऑक्सीजन की पूर्ति अधिक मात्रा में होती थी. जो हम लोगों को बीमारियों से भी बचाती थी. साथ ही डॉक्टर अरुण कुमार ने कहा कि, आज पूरा विश्व भारत की ए-टू कैटेगिरी की गाय पर नजरें गड़ाए हुए हैं और हम लोग जाने-अनजाने में विदेशी गायों को पालने में लगे हुए हैं. दुनिया जिन चीजों को अपना रही है, हम उसे छोड़ रहे हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि गाय की अच्छी नस्ल बढ़ाने के लिए हम लोगों को सबसे ज्यादा ध्यान नंदियों पर देना चाहिए, क्योंकि बिना अच्छे नंदी के अच्छी नस्ल की गाय पैदा होना संभव नहीं है.