शामली: सोशल मीडिया पर की जाने वाली पोस्ट कानून व्यवस्था के आगे चुनौती पेश कर रही हैं. ऐसा ही एक मामला शामली में सोमवार को देखने को मिला. यहां पर खुद को भारतीय गन्ना किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बताने वाले एक शख्श ने राम मंदिर से जुड़ी एक विवादित पोस्ट फेसबुक पर अपलोड कर दी. पोस्ट अपलोड करने के बाद उस पर कमेंटबाजी शुरू हो गई. जिसमें वैश्य समाज को निशाना बनाते हुए अभद्रता की गई. इससे आक्रोशित वैश्य समाज के लोगों ने थाने पर पहुंचकर तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, शामली में रहने वाले किसान नेता अनिल मलिक द्वारा फेसबुक पर राम मंदिर को लेकर एक पोस्ट की गई थी. अनिल मलिक वर्तमान में खुद को भारतीय गन्ना किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बताते हैं. जबकि वे पूर्व में अन्य किसान संगठनों से भी जुड़े रहे हैं. उनके द्वारा की गई पोस्ट पर कमेंटबाजी शुरू हो गई. मामला गर्माने पर अनिल मलिक और उनकी पोस्ट को सही ठहराने वाले जितेंद्र सिंह हुड्डा नाम के एक शख्श ने वैश्य समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टीका—टिप्पणी शुरू कर दी. इसके बाद पोस्ट पर बवाल छिड़ गया. भावनाएं आहत होने पर वैश्य समाज के लोगों ने सदर कोतवाली पहुंचकर मामले में तहरीर दी है.
मुकदमा दर्ज कराने की मांग
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष पंकज गुप्ता के नेतृत्व में वैश्य समाज के लोग शहर कोतवाली पर पहुंचे. यहां पर जिलाध्यक्ष समेत समाज के अन्य लोगों ने संयुक्त रूप से एक शिकायती तहरीर पुलिस को दी. तहरीर में पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराते हुए फेसबुक पोस्ट पर अशोभनीय टिप्पणी करने के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की गई. अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के जिलाध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि फेसबुक पर की गई विवादित पोस्ट और कमेंट्स में कोर्ट और सरकार के आदेशों का उल्लंघन करने के साथ ही वैश्य समाज की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई गई है.
गन्ना किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिया स्पष्टीकरण
फेसबुक पोस्ट पर मामला गर्माने के बाद भारतीय गन्ना किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल मलिक ने सोशल मीडिया के जरिए अपना स्पष्टीकरण जारी किया है. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने अपने हिसाब से तोड़—मरोड़ कर पोस्ट पर टिप्पणी की. इसके अलावा कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता के चक्कर में हमें बदनाम करने पर तुले हैं. हमने अपने कमेंट में किसी विशेष मंदिर, धर्म व जाति पर कोई कमेंट नहीं किया है. उन्होंने कहा कि ये सत्ता से जुड़े लोग हैं, जो हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करा रहे हैं.
क्या कहते हैं थानेदार ?
शामली कोतवाली के इंचार्ज सत्यनारायण दहिया ने बताया कि पुलिस को मामले से जुड़ी तहरीर मिली है. मामला फेसबुक पोस्ट पर कमेंट से जुड़ा हुआ है. पूरा मामला आलाधिकारियों के संज्ञान में भी डाल दिया गया है. तहरीर के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है. आवश्यक वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी.