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शामली: आठ बच्चों को खोने के बाद पति की जिंदगी के लिए कांवड़ यात्रा पर निकली राजस्थान की महिला - आठ बच्चों को खो चुकी है राजस्थान की महिला

राजस्थान की महिला एक खास मकसद की वजह से बाबा भोलेनाथ की कांवड़ ला रही हैं. 120 किलोमीटर पैदल चलकर मंगलवार को वे शामली पहुंचीं. उन्होंने बताया कि वह अपने पति की शराब की लत छुड़ाने के लिए कांवड़ यात्रा कर रही हैं.

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राजस्थान की महिला लालवती देवी
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Published : Jul 19, 2022, 1:04 PM IST

शामली: राजस्थान की लालवती देवी (56 वर्ष) कांवड को अपने कंधों पर लेकर 362 किलोमीटर का लंबा पैदल सफर तय कर रहीं हैं. वह कांवड लाने के लिए अलवर जिले के बसई गांव से अकेले यात्रा पर निकली हैं. उनकी यह यात्रा अपने पति को नशे की लत से बचाने के लिए है.

हरिद्वार से कांवड में गंगाजल लेकर राजस्थान जाने के लिए 120 किलोमीटर का पैदल चलकर लालवती देवी यूपी के शामली पहुंचीं. उन्होंने बताया कि अभी उन्हें भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए 242 किलोमीटर का सफर तय करना है. लालवती ने कहा कि उन्होंने अपने आठ बच्चों को जन्म दिया था, लेकिन उनमें से कोई भी अब जिंदा नहीं है. किसी बीमारी से पीड़ित होने के चलते बच्चों की मौत हो गई थी. वहीं, उन्होंने अपने पति के बारे में बताया कि वह पहले सेना में थे. अब पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से उन्हें नशे की लत लग गई.

यह भी पढ़ें: आदमखोर जानवरों की शरणस्थली बना लखनऊ, जानिए कहां-कहां से आए आदमखोर

राजस्थान की महिला लालवती ने बताया कि उन्होंने पति की नशे की लत को छुड़ाने के लिए काफी प्रयास किया. लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ. इसके बाद उन्हें कांवड़ यात्रा के बारे में पता चला और वह अपने गांव से अकेली कांवड यात्रा पर निकल आईं. उन्होंने भगवान भोलेनाथ की दो बार कांवड़ लाने का प्रण लिया है. हरियाणा के महावीर सिंह (65) ने बताया कि लालवती देवी उनके समूह के साथ हरिद्वार से यात्रा कर रही हैं.


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शामली: राजस्थान की लालवती देवी (56 वर्ष) कांवड को अपने कंधों पर लेकर 362 किलोमीटर का लंबा पैदल सफर तय कर रहीं हैं. वह कांवड लाने के लिए अलवर जिले के बसई गांव से अकेले यात्रा पर निकली हैं. उनकी यह यात्रा अपने पति को नशे की लत से बचाने के लिए है.

हरिद्वार से कांवड में गंगाजल लेकर राजस्थान जाने के लिए 120 किलोमीटर का पैदल चलकर लालवती देवी यूपी के शामली पहुंचीं. उन्होंने बताया कि अभी उन्हें भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए 242 किलोमीटर का सफर तय करना है. लालवती ने कहा कि उन्होंने अपने आठ बच्चों को जन्म दिया था, लेकिन उनमें से कोई भी अब जिंदा नहीं है. किसी बीमारी से पीड़ित होने के चलते बच्चों की मौत हो गई थी. वहीं, उन्होंने अपने पति के बारे में बताया कि वह पहले सेना में थे. अब पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से उन्हें नशे की लत लग गई.

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राजस्थान की महिला लालवती ने बताया कि उन्होंने पति की नशे की लत को छुड़ाने के लिए काफी प्रयास किया. लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ. इसके बाद उन्हें कांवड़ यात्रा के बारे में पता चला और वह अपने गांव से अकेली कांवड यात्रा पर निकल आईं. उन्होंने भगवान भोलेनाथ की दो बार कांवड़ लाने का प्रण लिया है. हरियाणा के महावीर सिंह (65) ने बताया कि लालवती देवी उनके समूह के साथ हरिद्वार से यात्रा कर रही हैं.


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