शामली: चौक बाजार में किलागेट पुलिस चौकी के सामने पिछले काफी समय से चौधरी क्लीनिक का संचालन हो रहा था. क्लीनिक में इलाज कराने वाले मरीजों की शिकायतें भी अधिकारियों के कानों तक पहुंच रही थी. इसी के चलते एसडीएम कैराना के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को इस क्लीनिक पर छापेमारी की. इस दौरान पाया गया कि क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन दूसरे व्यक्ति के नाम पर था. क्लीनिक को अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था.
क्या है मामला
- पूरा मामला कैराना कस्बे में अवैध रूप से चलाए जा रहे क्लीनिक का है.
- एसडीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को छापा मारा.
- छापेमारी के बाद पता चला कि क्लीनिक किसी दूसरे के नाम पर रजिस्टर्ड है.
- क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन डॉक्टर मनोज के नाम से है.
- क्लीनिक का संचालन कैसल अली के नाम से किया जा रहा था.
- छापेमारी की सूचना पाने के बाद से संचालक कैसल अली फरार है.
लोगों ने लगाया आरोप, स्वास्थ्य विभाग में ही छिपे हैं भेदी
- जनता की जान से खिलवाड़ करने वाले इस अवैध कारोबार की जड़े जिले के स्वास्थ्य महकमें से ही शुरू होती है.
- लोगों ने स्वास्थ्य महकमे के कुछ लोगों पर फर्जी डाक्टरों से प्रतिमाह हजारों की रकम वसूलने का आरोप लगाया.
- अधिकारियों के छापेमारी की खबर ऐसे लोगों के पास पहले ही पहुंच जाती है.
अवैध क्लीनिक और झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाया गया है. सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को अवैध क्लीनिक पर छापेमारी के लिए निर्देशित किया गया था. क्लीनिक पर सील लगवा दी गई है. जांच पड़ताल के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
— अमित पाल शर्मा, एसडीएम, कैराना