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शामली: स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी, अवैध क्लीनिक को किया सील

जिले में डॉक्टरी पेशे की आड़ में अवैध क्लीनिक का संचालन किया जा रहा था. लोगों के शिकायत करने के बाद एसडीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की. जांच में पाया गया कि क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन दूसरे व्यक्ति के नाम पर था.

शामली अवैध क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी.
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Published : Jul 11, 2019, 5:11 AM IST

शामली: चौक बाजार में किलागेट पुलिस चौकी के सामने पिछले काफी समय से चौधरी क्लीनिक का संचालन हो रहा था. क्लीनिक में इलाज कराने वाले मरीजों की शिकायतें भी अधिकारियों के कानों तक पहुंच रही थी. इसी के चलते एसडीएम कैराना के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को इस क्लीनिक पर छापेमारी की. इस दौरान पाया गया कि क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन दूसरे व्यक्ति के नाम पर था. क्लीनिक को अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था.

शामली अवैध क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी.

क्या है मामला

  • पूरा मामला कैराना कस्बे में अवैध रूप से चलाए जा रहे क्लीनिक का है.
  • एसडीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को छापा मारा.
  • छापेमारी के बाद पता चला कि क्लीनिक किसी दूसरे के नाम पर रजिस्टर्ड है.
  • क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन डॉक्टर मनोज के नाम से है.
  • क्लीनिक का संचालन कैसल अली के नाम से किया जा रहा था.
  • छापेमारी की सूचना पाने के बाद से संचालक कैसल अली फरार है.

लोगों ने लगाया आरोप, स्वास्थ्य विभाग में ही छिपे हैं भेदी

  • जनता की जान से खिलवाड़ करने वाले इस अवैध कारोबार की जड़े जिले के स्वास्थ्य महकमें से ही शुरू होती है.
  • लोगों ने स्वास्थ्य महकमे के कुछ लोगों पर फर्जी डाक्टरों से प्रतिमाह हजारों की रकम वसूलने का आरोप लगाया.
  • अधिकारियों के छापेमारी की खबर ऐसे लोगों के पास पहले ही पहुंच जाती है.

अवैध क्लीनिक और झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाया गया है. सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को अवैध क्लीनिक पर छापेमारी के लिए निर्देशित किया गया था. क्लीनिक पर सील लगवा दी गई है. जांच पड़ताल के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
अमित पाल शर्मा, एसडीएम, कैराना

शामली: चौक बाजार में किलागेट पुलिस चौकी के सामने पिछले काफी समय से चौधरी क्लीनिक का संचालन हो रहा था. क्लीनिक में इलाज कराने वाले मरीजों की शिकायतें भी अधिकारियों के कानों तक पहुंच रही थी. इसी के चलते एसडीएम कैराना के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को इस क्लीनिक पर छापेमारी की. इस दौरान पाया गया कि क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन दूसरे व्यक्ति के नाम पर था. क्लीनिक को अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था.

शामली अवैध क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी.

क्या है मामला

  • पूरा मामला कैराना कस्बे में अवैध रूप से चलाए जा रहे क्लीनिक का है.
  • एसडीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को छापा मारा.
  • छापेमारी के बाद पता चला कि क्लीनिक किसी दूसरे के नाम पर रजिस्टर्ड है.
  • क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन डॉक्टर मनोज के नाम से है.
  • क्लीनिक का संचालन कैसल अली के नाम से किया जा रहा था.
  • छापेमारी की सूचना पाने के बाद से संचालक कैसल अली फरार है.

लोगों ने लगाया आरोप, स्वास्थ्य विभाग में ही छिपे हैं भेदी

  • जनता की जान से खिलवाड़ करने वाले इस अवैध कारोबार की जड़े जिले के स्वास्थ्य महकमें से ही शुरू होती है.
  • लोगों ने स्वास्थ्य महकमे के कुछ लोगों पर फर्जी डाक्टरों से प्रतिमाह हजारों की रकम वसूलने का आरोप लगाया.
  • अधिकारियों के छापेमारी की खबर ऐसे लोगों के पास पहले ही पहुंच जाती है.

अवैध क्लीनिक और झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाया गया है. सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को अवैध क्लीनिक पर छापेमारी के लिए निर्देशित किया गया था. क्लीनिक पर सील लगवा दी गई है. जांच पड़ताल के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
अमित पाल शर्मा, एसडीएम, कैराना

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शामली जिले में डॉक्टरी पेशे की आड़ में लोगों की जान से खिलवाड़ करने का धंधा जोरों—शोरों से चल रहा है. एसडीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा एक ऐसे ही अवैध क्लीनिक पर छापेमारी करते हुए सील लगा दी गई. जांच पड़ताल में पाया गया कि क्लीनिक किसी दूसरे के रजिस्ट्रेशन पर संचालित किया जा रहा था.


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शामली: मामला जनपद के कैराना कस्बे का है. यहां के चौक बाजार में किलागेट पुलिस चौकी के सामने पिछले काफी समय से चौधरी क्लीनिक का संचालन हो रहा था. क्लीनिक में ईलाज कराने वाले मरीजों की शिकायतें भी अधिकारियों के कानों तक पहुंच रही थी. इसी के चलते एसडीएम कैराना के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस क्लीनिक पर छापेमारी की. छापेमारी में पाया गया कि क्लीनिक किसी दूसरे रजिस्ट्रेशन पर अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था.

छापेमारी में खुली पोल
. एसडीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग से एसीएमओ डा. अशोक हांडा टीम के साथ मौके पर पहुंचे.

. स्वास्थ्य विभाग की टीम की छापेमारी में जब क्लीनिक संचालकों से दस्तावेज तलब किए गए, तो पता चला कि यह क्लीनिक किसी दूसरे रजिस्ट्रेशन पर अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है.

. क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन डा. मनोज के नाम से है, जबकि उसका संचालन कैसल अली नाम का शख्श कर रहा था, जो छापेमारी की सूचना लीक होने के चलते पूर्व में ही फरार हो गया.

स्वास्थ्य विभाग में छिपे हैं भेदी
. जनता की जान से खिलवाड़ करने वाले इस अवैध कारोबार की जड़े जिले के स्वास्थ्य महकमें से ही शुरू होती है.

. लोगों का आरोप है कि स्वास्थ्य महकमें के कुछ लोग फर्जी डाक्टरों से प्रतिमाह हजारों की रकम वसूलते हैं.

. अधिकारियों के आदेश पर यदि छापेमारी भी होती है, तो ऐसे लोगों के पास पहले ही खबर पहुंच जाती है.Conclusion:इन्होंने कहा—
अवैध क्लीनिक और झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलाया गया है. सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को अवैध क्लीनिक पर छापेमारी के लिए निर्देशित किया गया था. क्लीनिक पर सील लगवा दी गई है. जांच पड़ताल के बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं.
— अमित पाल शर्मा, एसडीएम कैराना

बाइट: अमित पाल शर्मा, एसडीएम कैराना

Reporter: sachin sharma
Mob: 7017123406
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