शामली: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में हुए आतंकी हमले में शामली जिले के रहने वाले सीआरपीएफ जवान सत्येंद्र शहीद हो गए. शुक्रवार को शहीद सत्येंद्र को उनके पैतृक गांव किवाना में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं.
शहीद की झलक पाने के लिए व्याकुल हुए लोग
- शामली जिले के किवाना गांव निवासी सीआरपीएफ जवान सत्येंद्र बुधवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए.
- शुक्रवार सुबह सीआरपीएफ का काफिला सत्येंद्र का पार्थिव शरीर लेकर किवाना गांव पहुंचा.
- शहीद का शव गांव पहुंचने से पहले ही हजारों लोगों की भीड़ शहीद के निवास स्थल पर पहुंच गई थी.
- शहीद की एक झलक पाने के लिए लोग व्याकुल नजर आए.
- शहीद सत्येंद्र का पार्थिव शरीर जब उनके घर पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया.
- शहीद के परिजनों की रोने की आवाज सुनकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं.
- जवान की अंत्येष्ठि पर पहुंचे राज्यमंत्री सुरेश राणा, भाजपा विधायक तेजेंद्र निर्वाल समेत सभी अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
- प्रदेश सरकार ने शहीद हुए जवान के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी.
- परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और गांव के मुख्य मार्ग का नाम शहीद के नाम पर करने की घोषणा की है.
- शहीद के पिता मुन्ना ने बेटे की शहादत का बदला लेने की मांग सरकार से की है.
- शहीद के पिता ने कहा कि सरकार द्वारा की गई मदद सही है, लेकिन आतंकियों को करारा जवाब देने की जरूरत है.