शामली: जिले में 24 घंटे लगे रहने वाले जाम से जनता के साथ-साथ अब जनप्रतिनिधि भी परेशान हो चुके हैं. इसी वजह से पूर्व विधायक और शामली की मेयर का परिवार पलायन करने के लिए मजबूर हो गया है. परिवार ने अपने मकान पर पलायन का पोस्टर चस्पा करा दिया है. शिकायत है कि अपने घर आने-जाने में भी उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. रिश्तेदार भी जाम की वजह से उनके घर आने से कतराते हैं.
जाम से निजात दिलाने का वायदा कर जनता से वोट मांगने वाले जनप्रतिनिधि ही अब जाम की समस्या से परेशान नजर आ रहे हैं. शामली के पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल और शहर की मेयर उनकी पत्नी अंजना बंसल ने जाम की समस्या के चलते अपने घर पर पलायन का पोस्टर चिपका लिया है. उनकी शिकायत है कि काफी शिकायतों के बावजूद भी समस्या का कोई समाधान नही हो पा रहा है.
कैराना से विधायक रह चुके राजेश्वर बंसल और उनकी पत्नी शामली की मेयर अंजना बंसल का परिवार जिला मुख्यालय पर रहता है. पूर्व विधायक ने अपने मकान पर पलायन और बिकाऊ है, का पोस्टर चस्पा कर दिया है. इससे शहर की राजनीति में हड़कंप मच गया है. उनकी शिकायत है कि जाम के चलते उन्हें अपने घर आने-जाने में भी तकलीफों का सामना करना पड़ता है.
इसी वजह से रिश्तेदार भी उनके यहां आने से कतराने लगे हैं. परिवार के लोग इसी वजह से शीघ्र पलायन करने का दावा कर रहे हैं.
क्या है वजह
पूर्व विधायक और शहर की मेयर का मकान मिल रोड पर स्थित है. शहर में बाईपास की व्यवस्था नही होने के चलते पूरा ट्रैफिक शहर के बीच से होकर गुजरता है. ऐसे में शामली जिला मुख्यालय की सड़कें 24 घंटे जाम से घिरी रहती हैं. इतना ही नहीं शहर के बीच में स्थित अपर दोआब शुगर मिल के गन्ना वाहन भी 24 घंटे सड़कों पर खड़े रहते हैं. इसके चलते घरों से वाहन निकालना और अपने घर वापस लौटने में भी लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं. कई बार तो इसके लिए लोगों को घंटों तक इंतजार भी करना पड़ता है.