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नाबालिग अपहरण मामला: पीड़ित परिवार से मांगी 10 लाख की रंगदारी, पूर्व प्रधान का बेटा गिरफ्तार - pradhan son arrested in shamli kairana

यूपी के शामली में नाबालिग के अपहरण की वारदात में पीड़ित पक्ष से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्व प्रधान के बेटे को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपी काफी समय से अपहरण और पॉक्सो एक्ट के मुकदमे में फैसले का दबाव बना रहा था.

शामली कोतवाली कैराना.
शामली कोतवाली कैराना.
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Published : Jun 7, 2021, 11:05 PM IST

शामली: जिले में पुलिस ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्व प्रधान के बेटे को गिरफ्तार किया है. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया गया था. अपहरण के मुकदमे में जेल में बंद दो आरोपियों के परिजन उनसे लगातार 10 लाख रुपये की रंगदारी की मांग कर रहे थे.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, तीन साल पहले कैराना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग लड़की के अपहरण की वारदात सामने आई थी. परिजनों ने गांव के ही दो युवकों के खिलाफ अपहरण और पॉक्सो एक्ट में कैराना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने मुकदमे में नामजद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जो अभी भी जेल में बंद हैं. इस मामले में पीड़ित लड़की के चाचा ने अप्रैल 2021 में कैराना कोतवाली पहुंचकर पुलिस से शिकायत करते हुए जेल में बंद आरोपियों के परिजनों द्वारा 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था. पुलिस ने इस मामले में दिलशाद और इरफान नाम के दो आरोपियों के खिलाफ रंगदारी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया था.

जेल में बंद कराने का मांग रहे थे हर्जाना

मामले में पीड़ित पक्ष का कहना है कि उनकी नाबालिग बेटी के अपहरण के आरोप में दोनों युवक अभी जेल में बंद हैं. आरोप है कि युवकों के परिजनों द्वारा उनसे 10 लाख रुपये की रंगदारी युवकों को जेल में बंद कराने के हर्जाने के रूप में मांगी जा रही थी. रकम न देने पर आरोपी परिवार के लोगों को जान से मारने की भी धमकी दे रहे थे. वहीं कैराना कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर सिंह राणा ने बताया कि पुलिस ने रंगदारी के मुकदमे में वांछित मुख्य अभियुक्त के रूप में दिलशाद को गिरफ्तार कर लिया है.

पढ़ें- भाषण से ही शासन चला रही भाजपा, कानून व्यवस्था ध्वस्त : कांग्रेस

शामली: जिले में पुलिस ने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पूर्व प्रधान के बेटे को गिरफ्तार किया है. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया गया था. अपहरण के मुकदमे में जेल में बंद दो आरोपियों के परिजन उनसे लगातार 10 लाख रुपये की रंगदारी की मांग कर रहे थे.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, तीन साल पहले कैराना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग लड़की के अपहरण की वारदात सामने आई थी. परिजनों ने गांव के ही दो युवकों के खिलाफ अपहरण और पॉक्सो एक्ट में कैराना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने मुकदमे में नामजद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जो अभी भी जेल में बंद हैं. इस मामले में पीड़ित लड़की के चाचा ने अप्रैल 2021 में कैराना कोतवाली पहुंचकर पुलिस से शिकायत करते हुए जेल में बंद आरोपियों के परिजनों द्वारा 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था. पुलिस ने इस मामले में दिलशाद और इरफान नाम के दो आरोपियों के खिलाफ रंगदारी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया था.

जेल में बंद कराने का मांग रहे थे हर्जाना

मामले में पीड़ित पक्ष का कहना है कि उनकी नाबालिग बेटी के अपहरण के आरोप में दोनों युवक अभी जेल में बंद हैं. आरोप है कि युवकों के परिजनों द्वारा उनसे 10 लाख रुपये की रंगदारी युवकों को जेल में बंद कराने के हर्जाने के रूप में मांगी जा रही थी. रकम न देने पर आरोपी परिवार के लोगों को जान से मारने की भी धमकी दे रहे थे. वहीं कैराना कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर सिंह राणा ने बताया कि पुलिस ने रंगदारी के मुकदमे में वांछित मुख्य अभियुक्त के रूप में दिलशाद को गिरफ्तार कर लिया है.

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