शामली: यूपी के शामली में रात के समय एक रेस्टोरेंट के बाहर खड़ी गाड़ी में ईवीएम मशीन नजर आने के बाद हंगामा हो गया. सूचना पर समाजवादी पार्टी के समर्थक मौके पर पहुंचे और बगैर सुरक्षा के गाड़ी में ईवीएम की मौजूदगी पर सवाल खड़े करने लगे. सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत करते हुए ईवीएम को वेयर हाउस तक पहुंचाया.
अधिकारियों के मुताबिक, गाड़ी में मौजूद ईवीएम रिजर्व थी. इस मामले में डीएम ने लापरवाही सामने आने पर जोनल मजिस्ट्रेट के खिलाफ 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया है. इसके अलावा उनके खिलाफ चुनाव आयोग से भी कार्रवाई की संस्तुति की है.
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला गुरुवार की रात का बताया जा रहा है. दरअसल, शामली के कैराना रोड़ पर स्थित एक रेस्टोरेंट के बाहर एक गाड़ी खड़ी हुई थी. गाड़ी पर कैराना विधानसभा के जोनल मजिस्ट्रेट संबंधित चुनाव ड्यूटी का टैग लगा हुआ था. इस गाड़ी के अंदर ईवीएम मशीन भी मौजूद थी. मौके से गुजर रहे लोगों ने इसकी जानकारी जेल में बंद कैराना से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नाहिद हसन (Samajwadi Party candidate Nahid Hassan) की बहन इकरा हसन को दी. सूचना पर इकरा हसन अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंची और सुनसान खड़ी गाड़ी में ईवीएम की मौजूदगी पर सवाल खड़े किए.
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वहीं हंगामा बढ़ने पर एसडीएम और सीओ फोर्स मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को शांत करते हुए ईवीएम मशीनों को वेयर हाउस तक पहुंचाया. समाजवादी पार्टी के समर्थकों द्वारा इस मामले से जुड़े वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए गए, जिसके चलते तीखी प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिली.
गाड़ी में मौजूद थी रिजर्व ईवीएम
डीएम शामली जसजीत कौर ने बताया कि कैराना क्षेत्र के एक जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी में ईवीएम मशीन रखी हुई थी. उनका ड्राइवर खाना खाने के लिए कलेक्शन प्वाइंट के पास एक रेस्टोरेंट पर गाड़ी लेकर चला गया था. रिजर्व मशीन गाड़ी के अंदर दिखाई दे रही थी, जिसको कुछ लोगों ने देखा.
डीएम ने बताया कि मामला संज्ञान में आने पर फौरन एसडीएम और सीओ को मौके पर भेजा गया था. जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी पर नंबर प्लेट भी लगी हुई थी. इसके अलावा गाड़ी पर जोनल मजिस्ट्रेट का डिटेल भी चस्पा था. डीएम ने बताया कि एक उम्मीदवार के एजेंट मौके पर मौजूद थे. उन्हें गाड़ी में मौजूद ईवीएम मशीन का सेट दिखाते हुए संतुष्ट किया गया कि यह रिजर्व मशीन है. इसके बाद पूरे प्रोटोकॉल के साथ मशीन को वेयर हाउस में जमा कराया गया.
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अधिकारियों के मुताबिक, गाड़ी में ईवीएम मशीन की मौजूदगी के मामले में लापरवाही भी उजागर हुई है. डीएम शामली जसजीत कौर ने बताया कि जोनल मजिस्ट्रेट ने कुछ समय के लिए ईवीएम मशीन को अपनी कस्टडी से छोड़ा था. इसके लिए उन्हें 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया गया है. इसके अलावा चुनाव आयोग से भी जोनल मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई के लिए संस्तुति की गई है.
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