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शामली: फतवे से बड़ी हिफाजत, मदरसे में लगे सीसीटीवी

यूपी के कुछ मदरसों में संदिग्ध गतिविधियों के चलते मदरसा संचालकों को खुद की हिफाजत का डर सताने लगा है. इसके चलते उन्होंने मदरसों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने शुरू कर दिए हैं. पिछले दिनों धार्मिक संस्था दारूल उलूम देवबंद ने फतवा जारी कर सीसीटीवी को गैर इस्लामी बताया था.

मदरसों में सीसीटीवी कैमरे लगने शुरू.
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Published : Aug 4, 2019, 10:04 PM IST

शामली: देश के प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने इस साल कुछ फतवे जारी किए थे. मई माह में जारी फतवे में इस्लाम में बिना जरूरत सीसीटीवी कैमरा लगाना नाजायज और गैर-इस्लामिक बताया गया था. इसके बाद जून में जारी एक फतवे में धार्मिक स्थल की वीडियो बनाने को नाजायज ठहराया गया था.

मदरसों में सीसीटीवी कैमरे लगने शुरू.

अब शामली जनपद में खुद मदरसा संचालक हिफाजत का हवाला देकर सीसीटीवी कैमरे लगवा रहे हैं, ताकि मदरसों में आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा सके.

आखिर क्यों लगा रहे सीसीटीवी-

  • हाल ही में बिजनौर और शामली जनपद के मदरसों में संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली हैं.
  • बिजनौर के मदरसे से हथियार बरामद हुए, जबकि शामली के मदरसों से विदेशी घुसपैठिये मिले हैं.
  • शामली के मदरसे में रोहिंग्या जाति का विदेशी घुसपैठिया बतौर शिक्षक बच्चों को तालीम देता पकड़ा गया.
  • मामले में पुलिस ने मदरसा संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की.

यहां लगाए गए सीसीटीवी-

  • शामली जनपद के कैराना में मदरसा अरबिया इशाअतुल इस्लाम में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं.
  • मदरसे के गेट पर बाकायदा सीसीटीवी कैमरों से संबंधित चेतावनी का पोस्टर भी चस्पा कराया गया है.
  • मदरसा संचालक का कहना है कि उन्होंने हिफाजत के लिए मदरसे में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं.

परिवार की हिफाजत और आने-जाने वालों पर नजर रखने के लिए मदरसे पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं. हमारा मदरसा अरबिया इशा अतुल इस्लाम 50 सालों से संचालित है. इसमें करीब 300 बच्चे पढ़ रहे हैं. धर्मस्थल पर कैमरे लगवाने की मनाही करना सही नहीं है, यह हिफाजत के लिए बेहतर है.
- मौलाना बरकतुल्लाह अमीनी, मदरसा संचालक

शामली: देश के प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने इस साल कुछ फतवे जारी किए थे. मई माह में जारी फतवे में इस्लाम में बिना जरूरत सीसीटीवी कैमरा लगाना नाजायज और गैर-इस्लामिक बताया गया था. इसके बाद जून में जारी एक फतवे में धार्मिक स्थल की वीडियो बनाने को नाजायज ठहराया गया था.

मदरसों में सीसीटीवी कैमरे लगने शुरू.

अब शामली जनपद में खुद मदरसा संचालक हिफाजत का हवाला देकर सीसीटीवी कैमरे लगवा रहे हैं, ताकि मदरसों में आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा सके.

आखिर क्यों लगा रहे सीसीटीवी-

  • हाल ही में बिजनौर और शामली जनपद के मदरसों में संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली हैं.
  • बिजनौर के मदरसे से हथियार बरामद हुए, जबकि शामली के मदरसों से विदेशी घुसपैठिये मिले हैं.
  • शामली के मदरसे में रोहिंग्या जाति का विदेशी घुसपैठिया बतौर शिक्षक बच्चों को तालीम देता पकड़ा गया.
  • मामले में पुलिस ने मदरसा संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की.

यहां लगाए गए सीसीटीवी-

  • शामली जनपद के कैराना में मदरसा अरबिया इशाअतुल इस्लाम में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं.
  • मदरसे के गेट पर बाकायदा सीसीटीवी कैमरों से संबंधित चेतावनी का पोस्टर भी चस्पा कराया गया है.
  • मदरसा संचालक का कहना है कि उन्होंने हिफाजत के लिए मदरसे में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं.

परिवार की हिफाजत और आने-जाने वालों पर नजर रखने के लिए मदरसे पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं. हमारा मदरसा अरबिया इशा अतुल इस्लाम 50 सालों से संचालित है. इसमें करीब 300 बच्चे पढ़ रहे हैं. धर्मस्थल पर कैमरे लगवाने की मनाही करना सही नहीं है, यह हिफाजत के लिए बेहतर है.
- मौलाना बरकतुल्लाह अमीनी, मदरसा संचालक

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(एक्सक्लूसिव)
वेस्ट यूपी के कुछ मदरसों में संदिग्ध गतिविधियों के चलते अब मदरसा संचालकों को खुद की हिफाजत का डर सताने लगा है. इसके चलते उन्होंने मदरसों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने शुरू कर दिए हैं. पिछले दिनों धार्मिक संस्था दारूल उलूम देवबंद ने फतवा जारी कर सीसीटीवी को गैर इस्लामी बताया था. मदरसा बोर्ड की परीक्षा में भी संचालकों ने सरकारी आदेशों के बावजूद भी सीसीटीवी लगवाने में कोई रूची नही दिखाई थी, लेकिन अब सुरक्षा का डर उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर कर रहा है. Body:
शामली: देश के प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद द्वारा इस साल कुछ फतवे जारी किए थे. मई माह में जारी फतवें में इस्लाम में बिना जरूरत सीसीटीवी कैमरा लगाना नाजायज और गैर-इस्लामिक बताया गया था. इसके बाद जून में जारी एक फतवें में धार्मिक स्थल की वीडियो बनाने को नाजायज ठहराया गया था, लेकिन अब शामली जनपद में खुद मदरसा संचालक हिफाजत का हवाला देकर सीसीटीवी कैमरे लगवा रहे हैं, ताकि मदरसों में आने—जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा सके.

आखिर क्यों लगा रहे सीसीटीवी ?
. हाल ही में बिजनौर और शामली जनपद के मदरसों में संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली है.

. बिजनौर के मदरसे से हथियार बरामद हुए हैं, जबकि शामली के मदरसे से विदेशी घुसपैठियों की बरामदगी हुई है.

. शामली के मदरसे में तो रोहिंग्या जाति का विदेशी घुसपैठिया बतौर शिक्षक बच्चों को तालीम भी देता पकड़ा गया है.

. इन मामलातों में पुलिस द्वारा मदरसा संचालकों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की गई है.

यहां लगाए गए सीसीटीवी
. शामली जनपद के कैराना में मदरसा अरबिया इशाअतुल इस्लाम में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं.

. मदरसे के गेट पर बाकायदा सीसीटीवी कैमरों से संबंधित चेतावनी का पोस्टर भी चस्पा कराया गया है.

. मदरसा संचालक का कहना है कि उन्होंने हिफाजत के लिए मदरसे में सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं. Conclusion:
इन्होंने कहा—
अपनी व बच्चों की हिफाजत और आने—जाने वालों पर नजर रखने के लिए मदरसे पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं. हमारा मदरसा अरबिया इशा अतुल इस्लाम 50 सालों से संचालित है. इसमें करीब 300 बच्चें पढ़ रहे हैं. धर्मस्थल पर कैमरे लगवाने की मनाही करना सही नही है, यह हिफाजत के लिए बेहतर है.
— मौलाना बरकतुल्लाह अमीनी, संचालक मदरसा अरबिया इशाअतुल इस्लाम

नोट: श्रीमान् जी यह न्यूज एक्सक्लूसिव है, जिले में ऐसा पहली बार हुआ है कि फतवों की परवाह किए बगैर मदरसों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं. यह आमतौर पर देश के अन्य मदरसों में भी देखने को नही मिलता. कृपया प्राथमिकता के साथ प्रकाशित करने का कष्ट करें.

Reporter: sachin sharma
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