शामली: भीम आर्मी के भारत बंद के आह्वान का जिले में कोई असर देखने को नहीं मिला. भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए सरकार से आरक्षण की बहाली और नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग की. कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा.
आरक्षण बहाली और CAA को वापस लेने के लिए भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन. क्या है पूरा मामलाएससी, एसटी, ओबीसी और मायनॉरिटी के आरक्षण की बहाली और सीएए को वापस लेने की मांग को लेकर भीम आर्मी ने 23 फरवरी को भारत बंद का एलान किया था, लेकिन जनपद में भारत बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिला. जनपद में पूरी तरह से शांति व्यवस्था कायम रही. भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने दर्जनों की संख्या में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर शांतिपूर्व प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने सरकार से आरक्षण बहाली और सीएए को वापस लेने की मांग की. भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें जिला प्रशासन द्वारा बंद कराने की अनुमति नहीं दी गई थी. इसके चलते उनके द्वारा कानून व्यवस्था को सहयोग देते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया गया. कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा मांगे नहीं माने जाने पर भविष्य में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण को राज्य सरकार के हाथ में सौंपा हैं. हमारी सरकार से अपील है कि आरक्षण हमारा संवैधानिक अधिक है. देश में एनआरसी, एनपीआर और सीएए के रूप में काला कानून लाया गया है. इसको वापस लेना होगा, क्योंकि इससे देश की अखण्डता खतरे में हैं. हमने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया है. यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाती, तो हम आंदोलन कर अपनी मांगें मनवाएंगे.
-अनुज भारती, जिलाध्यक्ष, भीम आर्मी