शाहजहांपुर: जिले में कुदरत का अजीबो गरीब करिश्मा देखने को मिला है. यहां शहर के निजी हॉस्पिटल में एक मां ने दो मुंह, चार हाथ और दो पैर वाले बच्चे को जन्म दिया है. इस अद्भुत बच्चे को देखने के लिए अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गई. चिकित्सकों की मानें तो जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. वहीं मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
दरअसल, जनपद हरदोई के रहने वाले याशीन की पत्नी को रविवार रात को प्रसव पीड़ा हुई, तो वह पत्नी को लेकर शाहजहांपुर के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां उनकी पत्नी ने एक अद्भुत बच्चे को जन्म दिया.
महिला द्वारा जन्म दिये गए बच्चे का शरीर तो एक ही था, मगर उसके अंग अलग-अलग थे. बच्चे पेट से जुड़े हुए हैं. बच्चे के दो सिर, चार हाथ और दो पैर हैं. अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक जच्चा और बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हैं. इस बात की जानकारी जैसे ही अस्पताल में फैली तमाम तीमारदार बच्चे को देखने के लिए जुट गए. वहीं ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे लोग भी इस बच्चे को देखने को वार्ड में पहुंचने लगे. कोई इस बच्चे को भगवान का अवतार बता रहा है, तो कोई इसे कुदरत का करिश्मा मान रहा है.
डॉक्टरों की मानें तो बच्चे को दिल्ली में किसी बड़े अस्पताल के डॉक्टरों को दिखाने की तैयारी की जा रही है. उनका कहना है कि इस तरह के बच्चे कम समय तक ही जीवित रह पाते हैं. पेट में कम जगह होने की वजह से खाल जुड़ जाती है और बच्चा पनप नहीं पाता है. इसी वजह से इस प्रकार के विकृत बच्चे पैदा होते हैं. हालांकि जच्चा और बच्चा दोनों की हालत फिलहाल स्वस्थ है.
वहीं इस मामले को लेकर डॉक्टर गौरव मिश्रा का कहना है कि सोमवार सुबह शहर के एक निजी अस्पताल में शाहीन बेगम की डिलीवरी हुई, जहां उसने दो मुंह, चार हाथ, दो पैर वाले बच्चे को जन्म दिया. बच्चे के पिता यासीन हरदोई जनपद के थाना बेहटा गोकुल क्षेत्र के रहने वाले हैं, जो कि मेहनत मजदूरी करते हैं. बच्चे आपस में जुड़े हुए हैं, जिसके दो सिर, दो पैर, चार हाथ हैं. नाभि और कमर का हिस्सा कॉमन है. ये मेल बेबी है, जो कि भ्रूण अवस्था में बनते-बनते आपस में जुड़ गए. फिलहाल जच्चा-बच्चा का इलाज अस्पताल में मुफ्त में किया जाएगा.