शाहजहांपुर: जिले में 22 फरवरी को रेप में असफल होने पर बीए की छात्रा को आरोपियों ने आग के हवाले कर दिया था. छात्रा एक खेत में अर्धनग्न अवस्था में जली हालत में मिली थी, जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर देखते हुए छात्रा को श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल लखनऊ के लिए रेफर किया गया था. एक महीने बाद मंगलवार को उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर एक युवती समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
एक महीना चला इलाज
डॉक्टर ने बताया कि, लड़की की उम्र 21 साल थी. 22 फरवरी को शाहजहांपुर के अस्पताल से रेफर होकर राजधानी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. छात्रा 65 फीसदी जली हुई थी. उस समय भी छात्रा की हालत नाजुक थी. तमाम कोशिशों के बाद छात्रा की हालत में थोड़ा सुधार आया था, लेकिन एक महीने बाद अचानक छात्रा की हालत फिर से बिगड़ गई, जिसकी वजह से सोमवार रात 1 बजे छात्रा की मौत हो गई. सुबह 11 बजे छात्रा के शव को उसके घर भेजा गया है.
मौत से पहले पीड़िता ने सुनाई आपबीती
छात्रा का कहना है कि कॉलेज पहुंचने पर उसकी सहेली ने कुछ दोस्तों से मिलवाने की बात कही, जिसके बाद वह उसे कॉलेज के मनीष जोकि सहेली की बहन का देवर है, राजू जो सहेली का फुफेरा भाई है, सुभाष जो सहेली का घनिष्ठ मित्र है उसे लेकर एक सुनसान बाग में पहुंच गए. यहां उसके दोस्तों ने उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की. रेप में नाकाम होने पर सभी आरोपियों ने छात्रा को केरोसिन छिड़ककर जिंदा जलाने की कोशिश की. घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे.
पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर सभी को 26 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था और 376D, 511, 120B, 201 आईपीसी की धारा में चालान करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया है.