शाहजहांपुर: स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली और रंगदारी मांगने वाली पीड़िता को बुधवार को जेल में भेज दिया गया है. इसके बाद एसआईटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पीड़िता के खिलाफ रंगदारी की बात स्वीकार किए जाने की बात कही है. एसआईटी ने बताया कि पीड़िता और उसके दोस्तों ने मिलकर स्वामी चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी थी. इसकी बात पीड़िता ने स्वीकार की है उसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है.
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एसआईटी टीम की महिला आईपीएस अधिकारी भारती सिंह ने बताया कि पीड़िता से कल से पूछताछ की जा रही थी. जिसके बाद पीड़िता ने रंगदारी मांगने वाले वीडियो में अपने सभी दोस्तों की आवाज की पहचान कर ली है. साथ ही टोल टैक्स से सभी सबूतों को जुटा लिया गया है.
पीड़िता ने स्वीकार किया कि उसने 5 करोड़ की रंगदारी मांगी थी. साथ ही एसएफएल की प्रमाणित रिपोर्ट मिल गई है, जिससे यह पता चल गया कि वीडियो असली है. उसमें कोई कटशॉर्ट नहीं की गई है इसी आधार पर पीड़िता को रंगदारी में अभियुक्त मानते हुए उसे जेल भेज दिया गया है.
स्वामी चिन्मयानंद और पीड़िता से जुड़े मामले में पूछताछ अभी चल रही है .अभी सबूत जुटाए जा रहे हैं. इस मामले में जो भी आगे प्रकरण प्रकाश में आएगा तो वह भी जांच के दायरे में रखा जाएगा. स्वामी चिन्मयानंद का अस्पताल में भर्ती होने से पहले आश्रम पर डॉक्टरों की टीम द्वारा उनका इलाज किया गया था. इस मामले में मेडिकल कॉलेज की पीआरओ पूजा पांडे ने एसआईटी के कहने पर स्वामी चिन्मयानंद का इलाज बताया था, जो कि झूठ है. इस मामले में जांच की जा रही है और मेडिकल कॉलेज के सीएमएस एमपी गंगवार और मेडिकल कॉलेज की पीआरओ पूजा पांडे को तलब किया गया है.
-भारती सिंह, महिला आईपीएस, एसआईटी टीम