शाहजहांपुर : जनपद में रेलवे के ट्रैक से रास्ता न मिलने पर नाराज ग्रामीणों ने रेलवे फाटक के पास धरना शुरू कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे से अगर उनके गांव को रास्ता नहीं दिया गया तो वह इसके विरोध में आगामी चुनावों में सत्ताधारी दल को सबक सिखाएंगे. नाराज ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने कई बार रास्ते को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री समेत कई अधिकारियों से शिकायत की लेकिन एक दर्जन गांवों का रास्ता रेलवे ट्रैक की वजह से आज भी बंद है.
इसे लेकर ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि वह वोट तभी देंगे, जब रेलवे विभाग उनके गांव को रास्ता देगा. दरअसल निगोही कस्बे को जोड़ने एक रेलवे फाटक को रेलवे विभाग ने बंद कर दिया है. इतना ही नहीं रेलवे विभाग ने सड़क को भी काट दिया है. रेलवे द्वारा सड़क काटे जाने से इलाके के इनायतपुर, खिरिया, घनश्यामपुर, रुद्रपुर सहित लगभग एक दर्जन गांव के लोगों का कस्बे को जाने वाला रास्ता बंद हो गया है.
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ग्रामीणों का कहना है कि न ही उनकी फसल मंडी तक पहुंच पा रही है और न ही बीमार लोग वक्त पर इलाज के लिए पहुंच पा रहे हैं. चुनाव के चलते अब इलाके के लोगों ने बंद सड़क पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि रोड नहीं तो हम राजनीतिक दलों को वोट भी नहीं देंगे. उनकी मांग है कि रेलवे लाइन को पार करने के लिए उन्हें रास्ता दिया जाए और सड़क बनाकर दी जाए. फिलहाल ग्रामीणों का धरना लगातार जारी है.
धरना दे रहे ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे ने कई गांवों के सड़क का रास्ता काट दिया है. इसके चलते उन्हें गांव तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है. रास्ता कट जाने से करीबन एक दर्जन गांव प्रभावित हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें जानवरों का चारा लेने के लिए कई किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार इसकी शिकायत कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश कुमार खन्ना से भी की है. बावजूद इसके अभी तक कोई रास्ते का समाधान नहीं निकाला है.