सीतापुर: लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा 9 अगस्त को प्रदेश भर में कराई गई बीएड प्रवेश परीक्षा का परिणाम शनिवार की शाम 5 बजे घोषित हो चुका है. राज्य समन्यवक अमिता बाजपेई ने बीएड प्रवेश परीक्षा की टॉप-10 में आने वाले छात्रों की लिस्ट भी जारी कर दी है. 'एलयू' द्वारा आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में सीतापुर जिले के पंकज कुमार ने पहला स्थान प्राप्त किया है. टॉपर छात्र पंकज के पिता श्याम सुंदर पेशे से किसान हैं, उनके पास खुद की जमीन नहीं है.
पंकज के पिता दूसरों की जमीन बटाई पर लेकर खेती करते हैं. पंकज की सफलता से उनके परिवार में खुशी का माहौल है. बीएड प्रवेश परीक्षा में टॉपर आने खबर मिलने पर पंकज के परिजनों ने मिठाई बांटकर खुशी मनाई. मेधावी छात्र पंकज गोंदलामऊ ब्लॉक के अंतर्गत नगवा जयरामपुर गांव के निवासी हैं. पंकज कुमार ने बीएड की प्रवेश परीक्षा में 299 अंक हासिल कर टॉपर बनने का गौरव हासिल किया है. ईटीवी भारत की टीम ने पंकज के टॉपर आने के बाद उसके परिजनों से बातचीत की. टॉपर पंकज के पिता ने ईटीवी भारत को बताया कि वह गौरवांवित महसूस कर रहे हैं. पंकज के पिता श्याम सुंदर ने कहा कि उनके दो बेटे हैं. उनके छोटे बेटे पंकज ने बीएड की प्रवेश परीक्षा में टॉप करके में परिवार का नाम रोशन किया है.
पंकज ने गांव के सरकारी स्कूल से प्राप्त की थी प्राइमरी शिक्षा
'एलयू' द्वारा आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट आ चुका है. प्रवेश परीक्षा में टॉप-10 स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों की भी लिस्ट जारी हो चुकी है. बीएड प्रवेश परीक्षा की टॉप-10 लिस्ट में पहला स्थान पाने वाले छात्र पंकज के घर में खुशी का महौल है. इस अवसर पर ईटीवी भारत की टीम ने टॉपर छात्र पंकज के परिजनों ने बातचीत की.
बातचीत के दौरान पंकज के परिजनों ने ईटीवी भारत की टीम से महत्वपूर्ण बातें साझा की. पंकज के पिता श्याम सुंदर ने ईटीवी भारत को बताया कि पंकज मेहनती और लगनशील है. पंकज ने आठवीं तक की शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में पाई है. इसके बाद पंकज ने हाईस्कूल की शिक्षा श्री गोपालदास सरस्वती विद्या मंदिर में प्राप्त की थी. पंकज के पिता श्याम सुंदर बताते हैं कि पंकज ने 'एलयू' से बी.ए. की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी.
पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए पंकज के पिता ने चलाया रिक्शा
पंकज के पिता श्याम सुंदर ने ईटीवी भारत को बताया कि उनके पास खुद की जमीन नहीं है. किसी तरह खेती-किसानी करके वह परिवार का भरण-पोषण करते हैं. श्यामसुंदर ने बताया कि पंकज को पढ़ाने के लिए उन्हें रिक्शा भी चलाना पड़ा. श्याम सुंदर ने कहा कि बेटे की इस सफलता से वह खुश हैं. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय प्रताप सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि पंकज की सफलता से पूरे गांव में उसकी चर्चा हो रही है.
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