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सहारनपुर: तीन तलाक पीड़िता पर पति ने हलाला करने का बनाया दबाव, पेशे से डॉक्टर है पीड़िता

केंद्र सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी तीन तलाक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का है, जहां पेशे से डॉक्टर पीड़िता पर तीन तलाक के बाद उसके ससुरालीजनों ने हलाला का दबाव बनाया.

तीन तलाक पीड़िता पर पति ने हलाला करने का बनाया दबाव.
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Published : Jul 22, 2019, 10:45 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST

सहारनपुर: एक ओर जहां पीएम मोदी तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने पर जोर दे रहे हैं, वहीं देश में तीन तलाक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आदत से मजबूर मुस्लिम पुरुष पत्नियों न सिर्फ तीन तलाक देने में लगे हैं बल्कि भाइयों के साथ हलाला करने का दबाव भी बना रहे हैं.

तीन तलाक पीड़िता पर पति ने हलाला करने का बनाया दबाव.

तीन तलाक पीड़िता पर ससुरालियों ने बनाया हलाला का दबाव
मामला सहारनपुर से सामने आया है जहां तीन तलाक पीड़िता ने पति और ससुरालियों पर तीन तलाक देने के साथ जबरन हलाला करने का आरोप लगाया है. खास बात ये है कि इस मामले का संज्ञान खुद पीएम मोदी और सीएम योगी भी ले चुके हैं. बावजूद इसके पीड़िता इंसाफ के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर है. पीड़िता के मुताबिक उसका पति अपने छोटे भाई और मामा भाई के साथ हलाला करने दबाव बना रहा है, जिसके लिए वह तैयार नहीं है.

पेशे से डॉक्टर है पीड़िता, 2016 में हुआ था निकाह
पीड़िता पेशे से डॉक्टर है, और उसका निकाह 2016 में उत्तराखण्ड के ग़ांव सलेमपुर निवासी राव मुनीर के साथ हुआ था. मुनीर ने दहेज की मांग पूरी नही होने पर पीड़िता को निकाह के एक साल बाद ही तीन तलाक बोलकर तलाक दे दिया. इतना ही नहीं जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया. पीड़िता ने जैसे तैसे अपने मायके पहुंच कर आपबीती सुनाई तो सबके होश उड़ गए, जिसके बाद परिजनों ने थाने में तहरीर देकर इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन थाना पुलिस ने इनकी कोई सुनवाई नही की.

न्याय न मिलने पर पीड़िता ने एसएसपी से लगाई गुहार
करीब डेढ़ साल तक चक्कर काटने के बाद पीड़िता ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी शौहर के खिलाफ कार्रवाई की मांग तो एसएसपी के आदेश के बाद जून 2019 में महिला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. चौंकाने वाली बात तो ये कि पुलिस ने अरोपी पति और ससुरालियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़िता का कहना है कि मुनीर का मामा पूर्व ब्लॉक प्रमुख, दबंग और खनन माफिया है, जिसके चलते वह पुलिस में अपनी पैठ रखता है. शायद यही वजह है कि पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.

हलाला के लिए मना करने पर पीड़िता के भाई को दी फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी
पीड़िता ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मुनीर के मामा खुद भी अपने साथ हलाला करने का दबाव बना रहे हैं. जब उसने हलाला करने से इनकार कर दिया तो उन्होंने न सिर्फ उसके भाई को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी, बल्कि पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.

पीड़िता पीएम मोदी और सीएम योगी से लगा चुकी है न्याय की गुहार
ससुरालियों की बढ़ती धमकियों से हताश पीड़िता ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर इंसाफ की मांग की थी. पीएम मोदी ने मामले का संज्ञान लेकर सीएम योगी निर्देशित किया था, जिसके चलते हाल ही में सहारनपुर दौरे पर आए सीएम योगी ने पीड़िता को बुलाकर सुनवाई की थी. बावजूद इसके स्थानीय पुलिस के कान पर जूं नही रेंगी. हालांकि बाद में सीएम योगी ने जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे को मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई करने आदेश दिए. सोमवार को जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने पीड़िता को बुलाकर पूछताछ की और इंसाफ का भरोसा दिया. पीड़िता चाहती है कि आरोपी पति और ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेज देना चाहिए.अब देखना यह दिलचस्प होगा कि तीन तलाक पीड़िता को इंसाफ मिलेगा या नहीं, या फिर हर मामले की तरह इस पीड़िता का मामला भी फ़ाइलों में दबकर रह जाएगा.

सहारनपुर: एक ओर जहां पीएम मोदी तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने पर जोर दे रहे हैं, वहीं देश में तीन तलाक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आदत से मजबूर मुस्लिम पुरुष पत्नियों न सिर्फ तीन तलाक देने में लगे हैं बल्कि भाइयों के साथ हलाला करने का दबाव भी बना रहे हैं.

तीन तलाक पीड़िता पर पति ने हलाला करने का बनाया दबाव.

तीन तलाक पीड़िता पर ससुरालियों ने बनाया हलाला का दबाव
मामला सहारनपुर से सामने आया है जहां तीन तलाक पीड़िता ने पति और ससुरालियों पर तीन तलाक देने के साथ जबरन हलाला करने का आरोप लगाया है. खास बात ये है कि इस मामले का संज्ञान खुद पीएम मोदी और सीएम योगी भी ले चुके हैं. बावजूद इसके पीड़िता इंसाफ के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर है. पीड़िता के मुताबिक उसका पति अपने छोटे भाई और मामा भाई के साथ हलाला करने दबाव बना रहा है, जिसके लिए वह तैयार नहीं है.

पेशे से डॉक्टर है पीड़िता, 2016 में हुआ था निकाह
पीड़िता पेशे से डॉक्टर है, और उसका निकाह 2016 में उत्तराखण्ड के ग़ांव सलेमपुर निवासी राव मुनीर के साथ हुआ था. मुनीर ने दहेज की मांग पूरी नही होने पर पीड़िता को निकाह के एक साल बाद ही तीन तलाक बोलकर तलाक दे दिया. इतना ही नहीं जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया. पीड़िता ने जैसे तैसे अपने मायके पहुंच कर आपबीती सुनाई तो सबके होश उड़ गए, जिसके बाद परिजनों ने थाने में तहरीर देकर इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन थाना पुलिस ने इनकी कोई सुनवाई नही की.

न्याय न मिलने पर पीड़िता ने एसएसपी से लगाई गुहार
करीब डेढ़ साल तक चक्कर काटने के बाद पीड़िता ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी शौहर के खिलाफ कार्रवाई की मांग तो एसएसपी के आदेश के बाद जून 2019 में महिला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. चौंकाने वाली बात तो ये कि पुलिस ने अरोपी पति और ससुरालियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़िता का कहना है कि मुनीर का मामा पूर्व ब्लॉक प्रमुख, दबंग और खनन माफिया है, जिसके चलते वह पुलिस में अपनी पैठ रखता है. शायद यही वजह है कि पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.

हलाला के लिए मना करने पर पीड़िता के भाई को दी फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी
पीड़िता ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मुनीर के मामा खुद भी अपने साथ हलाला करने का दबाव बना रहे हैं. जब उसने हलाला करने से इनकार कर दिया तो उन्होंने न सिर्फ उसके भाई को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी, बल्कि पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.

पीड़िता पीएम मोदी और सीएम योगी से लगा चुकी है न्याय की गुहार
ससुरालियों की बढ़ती धमकियों से हताश पीड़िता ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर इंसाफ की मांग की थी. पीएम मोदी ने मामले का संज्ञान लेकर सीएम योगी निर्देशित किया था, जिसके चलते हाल ही में सहारनपुर दौरे पर आए सीएम योगी ने पीड़िता को बुलाकर सुनवाई की थी. बावजूद इसके स्थानीय पुलिस के कान पर जूं नही रेंगी. हालांकि बाद में सीएम योगी ने जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे को मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई करने आदेश दिए. सोमवार को जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने पीड़िता को बुलाकर पूछताछ की और इंसाफ का भरोसा दिया. पीड़िता चाहती है कि आरोपी पति और ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेज देना चाहिए.अब देखना यह दिलचस्प होगा कि तीन तलाक पीड़िता को इंसाफ मिलेगा या नहीं, या फिर हर मामले की तरह इस पीड़िता का मामला भी फ़ाइलों में दबकर रह जाएगा.

Intro:सहारनपुर : एक ओर जहां पीएम मोदी तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने पर जोर दे रहे हैं वहीं देश मे तीन तलाक के मामले थमने का नाम नही ले रहे है। आदत से मजबूर मुस्लिम पुरुष पत्नियों न सिर्फ तीन तलाक देने में लगे हैं बल्कि भाइयों के साथ हलाला करने का दबाव बना रहे है। ऐसा ही एक मामला सहारनपुर से सामने आया है जहां तीन तलाक पीड़िता ने पति और ससुरालियों पर तीन तलाक देने के साथ जबरन हलाला करने का आरोप लगाया है। खास बात ये है कि इस मामले का संज्ञान खुद पीएम मोदी और सीएम योगी भी ले चुके है। बावजूद इसके पीड़िता इंसाफ के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर है। पीड़िता के मुताबिक उसका पति अपने छोटे भाई और मामा भाई के साथ हलाला करने दबाव बना रहा है। जिसके लिए वह तैयार नही है।


Body:VO 1 - आपको बता दें कि सहारनपुर की राबिया पेशे से डॉक्टर है और उसका निकाह 2016 में उत्तराखण्ड के ग़ांव सलेमपुर निवासी राव मुनीर के साथ हुआ था। मुनीर ने दहेज की मांग पूरी नही होने पर राबिया को निकाह के एक साल बाद ही तीन तलाक बोलकर तलाक दे दिया। इतना ही नही जब राबिया ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। राबिया ने जैसे तैसे अपने मायके पहुंच कर आपबीती सुनाई तो सबके होश उड़ गए। जिसके बाद परिजनों ने थाने में तहरीर देकर इंसाफ की गुहार लगाई। लेकिन थाना पुलिस ने इनकी कोई सुनवाई नही की। करीब डेढ़ साल तक चक्कर काटने के बाद राबिया ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी शौहर के खिलाफ कार्यवाई की मांग तो एसएसपी के आदेश के बाद जून 2019 में महिला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। चोकाने वाली बात तो ये कि पुलिस ने अरोपी पति और ससुरालियों के खिलाफ कोई कार्यवाई नही की। पीड़िता का कहना है कि मुनीर का मामा पूर्व ब्लॉक प्रमुख, दबंग और खनन माफिया है जिसके चलते वह पुलिस में अपनी पैठ रखता है शायद यही वजह है कि पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्यवाई नही कर रही है। राबिया ने ईटीवी से EXCLUSIVE बातचीत में बताया कि मुनीर के मामा खुद भी अपने साथ हलाला करने का दबाव बना रहे हैं। जब उसने हलाला करने से इनकार कर दिया तो उन्होंने न सिर्फ उसके भाई को फर्जी मुकदमो में फंसाने की धमकी दे रहे है बल्कि पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। ससुरालियों की बढ़ती धमकियों से हताश राबिया ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर इंसाफ की मांग की थी। पीएम मोदी ने मामले का संज्ञान लेकर सीएम योगी निर्देशित किया था। जिसके चलते हाल ही में सहारनपुर दौरे पर आए सीएम योगी ने राबिया को बुलाकर सुनवाई की थी। बावजूद इसके स्थानीय पुलिस के कान पर जूं नही रेंगी। हालांकि बाद में सीएम योगी ने जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे को मामले का संज्ञान लेकर कार्यवाई करने आदेश दिए। सोमवार को जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने राबिया को बुलाकर पूछताछ की और इंसाफ का भरोसा दिया। राबिया चाहती है कि आरोपी पति और ससुरालियों के खिलाफ कार्यवाई कर जेल भेज देना चाहिए।

बाईट - डॉ राबिया राव ( पीड़िता )


Conclusion:FVO - अब देखना यह दिल चस्प होगा कि तीन तलाक पीड़िता को इंसाफ मिल पायेगा या नही। या फिर हर मामले की तरह राबिया का मामला भी फ़ाइलो में दबकर रह जाएगा।

रोशन लाल सैनी
सहारनपुर
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Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST
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