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शाहजहांपुर: सीएसआर को लेकर डीएम ने की समीक्षा बैठक - सीएसआर क्या है

यूपी के शाहजहांपुर में डीएम ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी को लेकर उद्योगपतियों के साथ बैठक की. जिसमें सीएसआर के तहत खर्च होने वाले पैसे की प्लानिंग के बारे में चर्चा की गई.

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सीएसआर को लेकर उद्योगपतियों के साथ डीएम की बैठक.
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Published : Mar 1, 2020, 8:43 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST

शाहजहांपुर: जिले में डीएम ने सीएसआर को लेकर उद्योगपतियों के साथ बैठक की. जिसमें कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत खर्च होने वाले पैसे का ब्यौरा दिया गया. साथ ही आगे खर्च होने वाले पैसे की प्लानिंग के बारे में चर्चा की गई.

सीएसआर को लेकर उद्योगपतियों के साथ डीएम की बैठक.

बता दें कि, सीएसआर के तहत पैसे को खर्च करना अब अनिवार्य हो गया है. इसके अंतर्गत बड़े उद्योगों को अपनी आय का 2% सामाजिक कार्यों में खर्च करना होता है. रविवार को बैठक में जिले के 14 बड़े उद्योगों के प्रतिनिधियों ने सीएसआर के पिछले 3 साल का ब्यौरा दिया. साथ ही आने वाले वित्त वर्ष में सीएसआर के तहत खर्च होने वाले पैसे की प्लानिंग के बारे में बातचीत की.
यह भी पढ़ें: महिला दिवस विशेष : मुश्किलों को मारा मेहनत का 'मुक्का' और रिंग की क्वीन बन गई मैरीकॉम

वहीं, जिलाधिकारी ने सभी उद्योगों को सख्त लहजे में अपना खर्च का ब्योरा जिला प्रशासन की मॉनिटरिंग कमेटी को पेश करने का आदेश दिया है. प्रशासन का कहना है कि, उद्योगोंपतियों को अपने सीएसआर का पैसा खर्च करने के लिए जिला प्रशासन से तालमेल बनाना बेहतर होगा. ताकि सीएसआर के तहत खर्च होने वाले पैसे का सही इस्तेमाल किया जा सके.

शाहजहांपुर: जिले में डीएम ने सीएसआर को लेकर उद्योगपतियों के साथ बैठक की. जिसमें कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत खर्च होने वाले पैसे का ब्यौरा दिया गया. साथ ही आगे खर्च होने वाले पैसे की प्लानिंग के बारे में चर्चा की गई.

सीएसआर को लेकर उद्योगपतियों के साथ डीएम की बैठक.

बता दें कि, सीएसआर के तहत पैसे को खर्च करना अब अनिवार्य हो गया है. इसके अंतर्गत बड़े उद्योगों को अपनी आय का 2% सामाजिक कार्यों में खर्च करना होता है. रविवार को बैठक में जिले के 14 बड़े उद्योगों के प्रतिनिधियों ने सीएसआर के पिछले 3 साल का ब्यौरा दिया. साथ ही आने वाले वित्त वर्ष में सीएसआर के तहत खर्च होने वाले पैसे की प्लानिंग के बारे में बातचीत की.
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वहीं, जिलाधिकारी ने सभी उद्योगों को सख्त लहजे में अपना खर्च का ब्योरा जिला प्रशासन की मॉनिटरिंग कमेटी को पेश करने का आदेश दिया है. प्रशासन का कहना है कि, उद्योगोंपतियों को अपने सीएसआर का पैसा खर्च करने के लिए जिला प्रशासन से तालमेल बनाना बेहतर होगा. ताकि सीएसआर के तहत खर्च होने वाले पैसे का सही इस्तेमाल किया जा सके.

Last Updated : Sep 4, 2020, 3:10 PM IST
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