शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन देने पहुंची आशा कार्यकर्ताओं की पिटाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो विपक्षी दलों ने यूपी सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.
सीएम योगी की जनसभा में आशा कार्यकर्ताओं ने घुसने की. जहां आशा कार्यकर्ता और महिला सिपाहियों के बीचे तीखी बहस हो गई. इस दौरान पुलिस ने आशा कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आशा कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने की मुहिम के निर्देश दिए. जिसके बाद शाहजहांपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में नारेबाजी की.
खिरनी बाग रामलीला मैदान में सीएम योगी आदित्यनाथ की एक जनसभा चल रही थी. इसी दौरान वहां कुछ आशा कार्यकर्ता पहुंची और मुख्यमंत्री से मिलने की योजना बनाने लगी. इतने में ही वहां मौजूद महिला पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. जिसे लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और पुलिस आशा कार्यकर्ताओं की पिटाई कर दी. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.
मामला राजनीतिक तूल पकड़ गया और सोशल मीडिया पर पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी ने आशा कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने की बात कही. जिसके बाद शाहजहांपुर के कांग्रेस के जिला अध्यक्ष और कांग्रेसी कार्यकर्ता देर रात थाने पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. उसके बाद आज खिरनी बाग रामलीला ग्राउंड में आशा वर्कर के साथ कांग्रेसी नेता प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नजर आए.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष रजनीश गुप्ता ने बताया कि प्रियंका गांधी के निर्देश के बाद कांग्रेस आशा कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने के लिए जुटी हुई है. आशा कार्यकर्ता हमारे परिवार का हिस्सा है. जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती. तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय भी बढ़ना चाहिए. जिसके लिए कांग्रेस पार्टी आशा कार्यकर्ताओं के लिए आंदोलन करती रहेगी.
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