शाहजहांपुरः जिला कारागार में यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम का गुणगान कराने का मामला सामने आया है. जिला कारागार में कंबलों का वितरण एक बैनर तले किया गया. उस बैनर में आसाराम का फोटो लगा हुआ है. आसाराम के इसी बैनर तले जिला कारागार में सत्संग का आयोजन किया गया. सत्संग में कंबल के साथ-साथ पुस्तकें भी बांटी गईं जो कि आसाराम की थीं.
सत्संग के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल
दअरसल, जनपद में जेल प्रशासन ने सोमवार को जेल में आसाराम ने अनुयायियों ने सत्संग का आयोजन किया. इस दौरान आसाराम की पुस्तकें और कंबल बांटे गए. सत्संग के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. फोटो में बलात्कारी बाबा आसाराम का जेल में गुणगान हो रहा है. यही नहीं आसाराम के फोटो लगे बैनर तले अधिकारी भी बैठे नजर आ रहे हैं. फिलहाल जेल प्रशासन ने फोटो खींचाकर प्रेस नोट जारी किया है. लखनऊ से आये आसाराम के साधकों ने शाहजहांपुर की जेल में सत्संग किया.
पीड़िता के पिता ने जताया विरोध
आसाराम मामले में पीड़िता के पिता ने इस मामले पर विरोध जताया है. जिसके बाद अब जेल सुपरिंटेंडेंट का कहना है कि यह कार्यक्रम धोखे से हो गया है. धोखे से ही प्रेस रिलीज जारी हो गई है. जबकि मुख्य अतिथि के तौर पर जेल सुपरिटेंडेंट और जेलर भी कुर्सी पर विराजमान थे. तो देखना यह है की क्या उत्तर प्रदेश सरकार या फिर उत्तर प्रदेश का कारागार विभाग शाहजहांपुर के जेल अधिकारियों की करतूतों पर क्या कार्रवाई करती है.
कुछ लोग केवल कंबल वितरित करने के लिए आए थे. एक बंदी नारायण पांडेय जो आठ महीने पहले छूटा है. उसने जेल से कहा था कि साहब, हम यहां जेल में कंबल वितरित करना चाहते हैं. उसने कंबल भिजवा दिए. इस दौरान किसी भी प्रकार का प्रवचन और कोई महिमा मंडन नहीं हुआ है.
राकेश कुमार, जेल अधीक्षक
सरकारी कैमरे से खिंचवाया फोटो
सरकार ने जेल विभाग को डिजिटल कैमरा दिया है. जेलर साहब ने उसी कैमरे से फोटो खिंचवाया है. आपको बता दें कि नारायण पांडेय वही हैं, जिसने कृपाल की गोली मारकर हत्या की थी. नारायण एक शॉर्प शूटर है. अब वह जमानत पर रिहा है. फिलहाल फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.